वह शिविर को संबोधित कर रहे थे। महेसाणा जिले के वीजापुर में निगम की ओर से विचरती व विमुक्ति जातियों के लिए सामाजिक व आर्थिक विकास की योजनाओं की जानकारी देने के लिए शिविर आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि राज्य में जब सभी जातियों का तेजी से विकास हो रहा है, ऐसे में विचरती व विमुक्ति जाति के लोग भी पीछे नहीं रहें, इसके लिए यह शिविर आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि विचरती व विमुक्ति जाति के लोग स्थायी हों और उन्हें रोजगार मिलते रहें, इसके लिए सरकार की ओर से लघुत्तम दर पर ऋण की व्यवस्था की जाती हैं। सरकार की ओर से छात्रवृत्ति, विदेश में पढऩे के लिए १५ लाख रुपए की सहायता व विवाह के लिए १० हजार रुपए की सहायता दी जाती है।
विचरति जाति के लोगों को सरकार की सभी सुविधाओं का लाभ मिले, इसके लिए जागरुकता लाना जरुरी है। गुजरात सरकार की ओर से २५ विभिन्न व्यवसायों के माध्यम से इन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।