अरहर मिलावट घोटाले की हो निष्पक्ष जांच
अहमदाबादPublished: Apr 29, 2019 10:36:20 pm
विधायक रीबडिया ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
अरहर मिलावट घोटाले की हो निष्पक्ष जांच
अहमदाबाद. गुजरात में मूंगफली घोटाला, बारदान घोटाल के बाद अब अरहर मिलावट घोटाले सामने आया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों को खिलाफ कार्रवाई हो। इस मुद्दे को लेकर विसावदर से कांग्रेस के विधायक हर्षद रीबडिया ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।
उन्होंने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में आरोप लगाया कि जिन लोगों ने गुजरात में मूंगफली कांड और बारदाना कांड को अंजाम दिया उन लोगों को ही समर्थन मूल्य पर खरीद केन्द्रों की जिम्मेदारी दी गई। ऐसे लोगों ने न सिर्फ सरकार के साथ विश्वासघात व धोखाधड़ी की बल्कि सरकार को भी आर्थिक नुकसान पहुंचाकर देश के खजानों को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया। अब तक इन घोटालों में जिम्मेदारों पर कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई। छोटे लोगों पर कार्रवाई हुई, लेकिन बड़े लोग बच निकले। हाल ही में सरकार ने समर्थन मूल्य पर अरहर की खरीदारी की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को सौंपी, जिसमें जूनागढ़ की केशोद तहसील में किसान और किसान नेताओं ने जान की परवाह किए बगैर ही जनता रेड की और प्रशासन की ध्यान आकर्षित किया। इस मामले में मामला तो दायर किया गया, लेकिन जांच के बाद सरकार किसी बड़े व्यक्ति का नाम घोषित करेगी या फिर भी छोटे-छोटे व्यक्तियों को पकड़कर प्रकरण पर पर्दा डाल दिया जाएगा।
रीबडिया ने कहा कि विसावदर के प्रतिनिधि के तौर पर किसान और कार्यकर्ताओं के साथ मार्केटिंग यार्ड में जनता रेड की, जिसमें अरहर में 70 फीसदी कूड़ा-करकट पाया गया। पांच दिन बीतनने के बावजूद भी अब तक सरकार ने किसी जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। उन्होंने राज्यपाल से मांग की कि अरहर मिलावट जैसे घोटालों को पुनरावर्तन नहीं हो इसके लिए सतर्कता बरती जाए। सरकार को इन घोटालों की जांच के आप आदेश दें और कार्रवाई की रिपोर्ट लें ताकि पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने आए।