राज्य के श्रम एवं रोजगार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विपुल मित्रा ने इस संबंध में बताया कि सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने के लिए क्षमता और जगह की उपलब्धता को ध्यान में बैच के वर्ग अलग-अलग समय में होंगे। ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह ही चलेंगी। पिछली बैच की परीक्षाएं पूर्ण होने के बाद ही विद्यार्थियों को थियरी के विषयों की ऑनलाइन पढ़ाई की मंजूरी दी जाएगी। जबकि प्रेक्टिकल प्रशिण पाठ्यक्रम के अनुसार पूर्ण किए जाएंगे।
गृहमंत्रा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकार की दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। प्रत्येक आईटीआई को राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड मार्गदर्शिका की देखरेख रखनी होगी और उसका सख्ती से पालन करना होगा। इसके लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
गृहमंत्रा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकार की दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा। प्रत्येक आईटीआई को राज्य सरकार की ओर से जारी कोविड मार्गदर्शिका की देखरेख रखनी होगी और उसका सख्ती से पालन करना होगा। इसके लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
श्रम एवं रोजगार विभाग के अनुसार आईटीआई वर्ग शिफ्ट वाइज अथवा वैकल्पिक दिवस में चार घंटे अथवा तीन दिन होंगे। हालातों के आधार पर आईटीआई निर्णय ले सकेंगी। आईटीआई में प्रवेश करने से पहले अनिवार्य तौर पर स्क्रीनिंग और सेनेटाइजिंग करनी जरूरी है। पाठ्यक्रम पूर्ण करने के लिए करीब 200 से 250 घंटों का प्रशिक्षण जरूरी होगा। आवश्यकता होने पर दूसरे और चौथे शनिवार और अवकाश के दिनों में भी आईटीआई खोली जा सकती है।