scriptजेटली को गुजरात के बजाय यूपी से राज्यसभा भेजने की तैयारी | Jailtey may be send from UP for Rajya Sabha instead of Gujarat | Patrika News

जेटली को गुजरात के बजाय यूपी से राज्यसभा भेजने की तैयारी

locationअहमदाबादPublished: Feb 13, 2018 11:45:45 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

2 केन्द्रीय मंत्रियों- रुपाला, मांडविया को रिपीट करने की संभावना, वेगड़ पर फिलहाल निर्णय नहीं
अप्रेल में समाप्त में हो रहा है कार्यकाल

arun jaitley, Rajya sabha

अहमदाबाद. भाजपा हाईकमान केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली व गुजरात से राज्यसभा सांसद को गुजरात की बजाय अब यूपी से भेजने की तैयारी में है।
जेटली सहित गुजरात से भाजपा के राज्यसभा के चार सदस्यों का कार्यकाल अप्रेल माह में खत्म हो रहा है। इनमें जेटली के साथ-साथ दो और केन्द्रीय राज्य मंत्री-पुरुषोत्तम रुपाला व मनुसख मांडविया तथा शंकर वेगड़ भी शामिल हैं। हालिया संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बेहतर स्थिति के बाद इन चार सीटों में से भाजपा के खाते में से 2 सीटें कम होने और कांग्रेस को दो सीटों का लाभ मिलेगा। इसलिए भाजपा अब जेटली को गुजरात के बजाय यूपी से राज्यसभा में भेजने की सोच रही है।
गुजरात मे ंराज्य सभा की कुल 11 सीटें हैं। इनमें से 9 भाजपा तथा 2 कांग्रेस के पास हैं। हालिया विधानसभा चुनाव के बाद समीकरण बदलने से राज्यसभा चुनाव में भी काफी असर पड़ेगा। विधानसभा सीटों के आधार पर राज्यसभा की चार सीटों में भाजपा के खाते में दो सीटें आएंगी वहीं कांग्रेस के हिस्से में भी 2 सीटें बढ़ेंगी।
भाजपा राज्य से अपने दो केन्द्रीय राज्य मंत्रियों-रुपाला व मांडविया को रिपीट करना चाहती है, वहीं वेगड़ पर हाईकमान ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
उधर यूपी मेंं भाजपा की जबरदस्त जीत के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली को यूपी के कोटे से राज्यसभा में बरकरार रखे जाने की पूरी संभावना है। यूपी के ३१ में से १० राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल भी अप्रेल माह में पूरा हो रहा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद की स्थिति में जेटली का वहां से राज्यसभा में जाना काफी आसान होगा।

कांग्रेस से गोहिल, मोढ़वाडिया का नाम आगे

वहीं राज्य से कांग्रेस की ओर से दो सीटों के लिए तीन नामों पर विचार चल रहा है। इनमें पार्टी के तीनों वरिष्ठ नेताओं-अर्जुन मोढवाडिया, शक्ति सिंह गोहिल व भरत सोलंकी के नाम सबसे आगे है। विपक्ष के पूर्व नेता मोढ़वाडिया प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उधर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके गोहिल भी इस बार विधानसभा चुनाव हार गए। सोलंकी ने विधानसभा जीत में अच्छी भूमिका निभाई जिसका उन्हें लाभ पार्टी दे सकती है।

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