Jamanager news जामनगर के भक्त के पास हैं गणपति की 4500 मूर्तियां
Jamnagar, Ganpati idol, devotee, Museum, Books on Ganesh, Ahmedabad news बचपन से है भगवान गणपति की वस्तुएं एकत्र करने का शौक

जामनगर. भगवान गणेश के आराधना के उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। कोरोना के चलते सार्वजनिक जगहों पर बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना नहीं हो रही है लेकिन घरों में भगवान गणपति बिराज चुके हैं। जामनगर शहर में भगवान गणेश के एक ऐसे भक्त हैं, जिनके पास भगवान गणपति की अलग-अलग वेशभूषा, रंग, आकार की एक दो नहीं बल्कि 4500 मूर्तियां हैं।
भक्त हैं जामनगर के नागर चकला के पास रहने वाले दिलीपकुमार एच. ध्रुव। वे बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही भगवान गणपति की वस्तुएं एकत्र करने का शौक था। उन्होंने उनसे जुड़ी वस्तुओं को एकत्र करने की शुरुआत उनके किचन से की। आज उनके पास कई किचन और 4500 मूर्तियां हैं। खासबात ये है कि कोई भी मूर्ती एक आकार और रूप की नहीं है। देश ही नहीं विदेशों की अमरीका, लंदन से भी गणपति की लाई गई मूर्तियां उनके पास हैं। वे बीते 20 वर्षों से गणपति भगवान की मूर्तियों को एकत्र कर रहे हैं।
इतना ही नहीं भगवान गणपति से जुड़ी हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती एवं मराठी भाषा में लिखी गईं कई पुस्तकें भी उनके कलेक्शन में हैं। घर की हर सोने से लेकर चांदी और लकड़ी से लेकर प्लास्टिक तक में भगवान गणपति के रूप के दर्शन आपको होंगे। यही वजह है कि अब तो उनके मित्र और परिजन भी उन्हें कभी कोई गिफ्ट देना होता है तो भगवान गणपति की प्रतिमा या उससे जुड़ी वस्तु ही देते हैं।
म्यूजियम बनाने की तैयारी
दुंदाळ देव के भक्त दिलीपकुमार ध्रुव के पास स्थित अलग-अलग आकार और रूप की 4500 मूर्तियों के कलेक्शन को देख आप भी मोहित हो जाएंगे। भगवान के इन रूपों का आमलोग भी लाभ ले सकें इसलिए अब वे म्यूजियम बनाने की तैयारी कर रहे हैं। उस पर काम भी शुरू हो गया है। वे आगामी वर्ष पटेल कोलोनी इलाके में म्यूजियम तैयार करने की दिशा में प्रयासरत हैं।
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