गांधीनगर. गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने कहा कि पूर्व विधायक जयंती भानुशाली की हत्या को लेकर राज्य सरकार अत्यंत संवेदनशील है। इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी से $कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना की जांच के दौरान कोई भी व्यक्ति किसी भी दल का हो, जो भी आरोपी होगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गुजरात पुलिस इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
गृह मंत्री के अनुसार बुधवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सीएम ने इस घटना को दु:खद बताया। साथ ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा दिलाने की सूचना दी।
मंत्री ने बताया कि इस घटना को पूरी तरह जांच के लिए राज्य सरकार ने सीआईडी क्राइम के पुलिस महानिदेशक आशिष भाटिया की देखरेख व रेलवे के पुलिस उपमहानिरीक्षक गौतम परमार की अध्यक्षता में सात सदस्यों की विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई है। एसआईटी ने युद्ध स्तर पर जांच आरंभ कर दी है। इसके लिए एफएसएल के अधिकारियों, बैलेस्टिक, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ की मदद से जांच जारी है। जरूरी परीक्षण के नमूने भी घटना स्थल से प्राप्तकर परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं।
जाडेजा ने कहा कि पूर्व विधायक की मौत की घटना को राज्य सरकार ने संवेदनशीलता से लिया है।
गृह मंत्री के अनुसार बुधवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सीएम ने इस घटना को दु:खद बताया। साथ ही इस मामले में आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने और कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा दिलाने की सूचना दी।
मंत्री ने बताया कि इस घटना को पूरी तरह जांच के लिए राज्य सरकार ने सीआईडी क्राइम के पुलिस महानिदेशक आशिष भाटिया की देखरेख व रेलवे के पुलिस उपमहानिरीक्षक गौतम परमार की अध्यक्षता में सात सदस्यों की विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई है। एसआईटी ने युद्ध स्तर पर जांच आरंभ कर दी है। इसके लिए एफएसएल के अधिकारियों, बैलेस्टिक, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ की मदद से जांच जारी है। जरूरी परीक्षण के नमूने भी घटना स्थल से प्राप्तकर परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं।
जाडेजा ने कहा कि पूर्व विधायक की मौत की घटना को राज्य सरकार ने संवेदनशीलता से लिया है।
कांग्रेस के शासन में भी हुई है राजनीतिक हत्या उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई के लिए एसआईटी का गठन किया है, ऐसे में कांग्रेस मगरमच्छ के आंसू बहा रही है और वास्तविकता जांचे बिना बयान दे रही है। पहले कांग्रेस के शासन में कई राजनीतिक हत्या हुई है, कांग्रेस के दो प्रधानमंत्रियों को भी बचा नहीं सके।
इसके अलावा वल्लभभाई पटेल, वसनजी ठकरार, पोपटलाल सोरठिया, भीमजी वशराम, भरत कांबलिया व रउफवली उल्ला जैसे राजनीतिक नेताओं भी जान चली गई थी, तब क्यों कोई बयान नहीं दिया था।
जाडेजा ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की परिस्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, ऐसे में कांग्रेस राजनीतिक बयानबाजी कर शांति बिगाडऩे का प्रयास कर रही है। इस घटना पर दु:ख व्यक्त करने की बजाय बयानबाजी कर राजनीतिक रोटी सेंकना अत्यंत दु:खद है।
इसके अलावा वल्लभभाई पटेल, वसनजी ठकरार, पोपटलाल सोरठिया, भीमजी वशराम, भरत कांबलिया व रउफवली उल्ला जैसे राजनीतिक नेताओं भी जान चली गई थी, तब क्यों कोई बयान नहीं दिया था।
जाडेजा ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की परिस्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, ऐसे में कांग्रेस राजनीतिक बयानबाजी कर शांति बिगाडऩे का प्रयास कर रही है। इस घटना पर दु:ख व्यक्त करने की बजाय बयानबाजी कर राजनीतिक रोटी सेंकना अत्यंत दु:खद है।