इस वीडियो के वाइरल होने के बाद जयंती अपनी लाइसेंस वाली रिॅवॉल्वर तथा कारतूस अपनी सुरक्षा के लिए बाहर जाते समय अपने पास रखते थे।
जांच के लिए दिया था डीजीपी को आवेदन सुनील की ओर से दर्ज शिकायत में यह कहा गया है कि उनके चाचा जयंती भानुशाली ने गत 7 दिसम्बर को गांधीनगर में पुलिस भवन में डीजीपी से मिलकर एक लिखित आवेदन दिया था। इसमें छबील के राजनीतिक रंजिश का उल्लेख किया गया था। इसकी जांच के लिए आवेदन दिया गया था।
पुलिस शिकायत में छबील व अन्य पर लगाए आरोप सुनील ने अपनी शिकायत में छबील पटेल, उसके पुत्र सिद्धार्थ पटेल, मनीषा गोस्वामी, जयंती ठक्कर, उमेश परमार सहित अन्य के खिलाफ आरोप लगाए हैं। इसमें कहा गया कि जब से छबील भाजपा से जुड़े तभी से उनके चाचा को वे अपना राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मानते थे। जब भी मौका मिलता वे उन्हें राजनीतिक व सामाजिक रूप से नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन छबील पटेल की ओर से लगाए गए आरोपों से वे निर्दोष निकल गए थे। इसलिए छबील अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को दूर करने के लिए उनके गिरोह के लोगों के साथ षडयंत्र रच पूर्व तैयारी के साथ क्रूर हत्या की है।