कांग्रेस विधायक बन रहे मंत्री और भाजपा के क्यों रह गए संत्री!
अहमदाबादPublished: Mar 09, 2019 10:48:16 pm
नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी का भाजपा पर तंज
कांग्रेस विधायक बन रहे मंत्री और भाजपा के क्यों रह गए संत्री!
अहमदाबाद, लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव जब भी नजदीक होते हैं। दलबदलु का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है, लेकिन पिछले वर्षों में देखा जाए तो सबसे ज्यादा कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले कांग्रेसी नेता ज्यादा हैं। अब तक 34 कांग्रेसी नेता, विधायक और पूर्व सांसद कांग्रेस छोड़कर चुके हैं, जिसमें कइयों ने तो भाजपा का दामन थाम लिया।
धानाणी ने ट्विटर के जरिए अप्रत्यक्ष तौर पर प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते कहा कि चौकीदार साहब! कांग्रेस से चुने गए विधायक सभी मंत्री बनाए जा रहे हैं और भाजपा से चुने गए ‘संत्रीÓ क्यों रह गए। ऐसा लगता है कि अब भाजपा से दिन बीतने लगे हैं।
स्वार्थ जीतेगा या स्वाभिमान
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भटकने वाले (नवरा) नेताओं की जमात में और कितने जुड़ेंगे। स्वार्थ जीतेगा या फिर स्वाभिमान। सरकार की सत्ता लोलुपता के खिलाफ जन स्वाभिमान की लड़ाई कब होगी?
अब तक 34 नेता व विधायकों ने छोड़ी कांग्रेस
अब तक 34 कांग्रेसी नेता, विधायक और पूर्व सांसद कांग्रेस छोड़कर चुके हैं, जिसमें कइयों ने तो भाजपा का दामन थाम लिया। अब तक 34 नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी हैं, जिसमें नीमाबेन आचार्य, छबील पटेल, जसा बारड, राजेन्द्र चावड़ा, प्रभु वसावा, परेश वसावा, कुंवरजी हळपति, शंकर वारली, देवजी फतेपरा, अनिल पटेल, राघवजी पटेल, हकुभा जाड़ेजा, प्रहलाद पटेल, तेजश्री पटेल, करमशी पटेल, अमित चौधरी, बलवंतसिंह राजपूत, महेन्द्रसिंह वाघेला, रामसिंह परमार, मानसिंह चौहाण, सी.के. राउलजी, छनाभाई चौधरी, भोलाभाई गोहिल, शंकरसिंह वाघेला, विट्ठल रादडिया, जयेश रादडिया, नरहरि अमीन, दलसुख प्रजापति, उदेसिंह बारिया, नटवरसिंह परमार, कुंवरजी बावलिया, आशाबेन पटेल, जवाहर चावड़ा और अब परसोत्तम साबरिया हैं।