करमसद गांव में एसटी बस स्टैंड के निकट सरदार पटेल की प्रतिमा के निकट शहर की विभिन्न समितियों के सदस्य, एनआरआई, पूर्व पार्षद रविवार को एकत्रित हुए। सर्वप्रथम पटेल की प्रतिमा को पुष्पांजलि दी। इसके बाद करमसद बचाओ रैली निकाली, जिसका प्रारंभ करमसद संतराम मंदिर के मोरारीदास व बापेश्वर महादेव मंदिर के जयरामगिरी महाराज ने कराया।
करमसद नागरिक समिति के सदस्य मिथिलेश अमीन ने आरोप लगाया है कि करमसद को राष्ट्रीय धरोहर का विशेष दर्जा देने की बजाय सरकार की ओर से उसे (करमसद को) आणंद नगरपालिका में शामिल करने की कवायद शुरू की गई है। ऐसे में करमसद सरदार पटेल के गांव के रूप में एक पहचान गंवा देगा और करमसद आणंद नगरपालिका का एक विस्तार बन जाएगा। ऐसे में करमसद की पहचान को बनाए रखने के लिए करमसद बचाओ आंदोलन शुरू किया गया है। आगामी दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आंदोलन चालू रखा जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री अल्पेश पुरोहित ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि चुनाव में सरदार पटेल के नाम पर वोट मांगकर सत्ता प्राप्त की है, लेकिन उनके गांव करमसद का लगातार उपेक्षा की है।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष रवि पटेल ने ग्रामीणों से कहा कि जब तक करमसद को विशेष दर्जा नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन चालू रखे। इस रैली में कालीदास सोलंकी, पार्षद जगदीश सोलंकी, महर्षि पटेल, एनआरआई किरीटभाई पटेल, जयेश पटेल, मधुभाई पटेल आदि उपस्थित रहे।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष रवि पटेल ने ग्रामीणों से कहा कि जब तक करमसद को विशेष दर्जा नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन चालू रखे। इस रैली में कालीदास सोलंकी, पार्षद जगदीश सोलंकी, महर्षि पटेल, एनआरआई किरीटभाई पटेल, जयेश पटेल, मधुभाई पटेल आदि उपस्थित रहे।