वस्तु जरूरतों के साथ कौशल विकास भी जरूरी : पटवारी
जीसीसीआई में विशिष्ट विकलांगता पर कार्यक्रम
विशिष्ट विकलांगता वाले लोगों के सामाजिक सरोकार के लिए न सिर्फ वस्तुओं की आवश्यकताओं को पूर्ण करना चाहिए, बल्कि कौशल्य विकसित बनाना व रोजगार देना है। गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (जीसीसीआई) की ओर से ‘विशिष्ट विकलांगता’ पर आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर जीसीसीआई, सीएसआर कमेटी के चेयरमैन पियूष देसाई ने कहा कि गुजरात में कई औद्योगिक घराने विशिष्ट विकलांग वालों के सामाजिक सरोकार में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर व्यक्तिगत सामाजिक सरोकार की महत्ता भी बताई।
अदाणी फाउण्डेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अदाणी ने विशिष्ट विकलांगता वालों के लिए समाज को ज्यादा से ज्यादा पहुंच बनाने पर जोर दिया। अंधजन मंडल के कार्यकारी निदेशक भूषण पुनानी ने राइट्स फोर पर्सन्स विथ डिसेबिलिटीज एक्ट-2016 का महत्व समझाया और कहा कि पिछले दो वर्षों में सामाजिक सरोकार के लिए औद्योगिक घरानों ने आठ हजार करोड़ का योगदान दिया, जिसमें 200 करोड़ रुपए विशिष्ट विकलांगता वाले लोगों पर खर्च किए गए।
इस मौके पर एक एनजीओ के संस्थापक प्रणव देसाई ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। जीसीसीआई सीएसआर के सहायक चेयरमैन रोहित शाह ने आभार जताया।