जानकारी के अनुसार पुलिस ने पथराव मामले में आमने-सामने प्राथमिकी दर्ज की है। घटना में एक व्यक्त की पथराव की वजह से मौत हो गई थी। पुलिस ने 61 आरोपियों और भीड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। इसमें पुलिस ने अब तक पूर्व में नौ और फिर बाद में पांच आरोपियों मिलाकर कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पुलिस ने पथराव घटना के आरोपियों में जमसेदखान पठाण और माजीद उर्फ मादलो मलेक समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जिसमें उनके 14 दिन की रिमांड मांगी थी।
कोर्ट ने महज 4 दिन की रिमांड मंजूर किया है। पुलिस ने बताया कि जमसेदखान और माजिद ने हिंसा फैलाने का षडयंत्र रचा और फंड एकत्रित करने और बाहर से लोगों को बुलाने में भूमिका निभाई।
पुलिस उनके पूछताछ कर यह पता लगाना चाहती है कि आरोपियों ने कहां-कहां से राशि जुटाई, किसने राशि दी।
पुलिस उनके पूछताछ कर यह पता लगाना चाहती है कि आरोपियों ने कहां-कहां से राशि जुटाई, किसने राशि दी।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया
पाटण. जिले की हारीज तहसील के गोवना गांव में चामुंडा युवक मंडल और समस्त सोलंकी (राजपूत) परिवार की ओर से श्री चामुंडा धाम में माताजी का तीन दिवसीय फोटो प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया।
श्रद्धालुओं के आस्था के केन्द्र श्री चामुंडा धाम में मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की ओर से चैत्र शुक्ल पक्ष चतुदर्शी से माताजी के फोटो का तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू किया गया था। महोत्सव के पहले दिन देहशुद्धिकरण विधि-विधान के तहत पूजा आयोजित की गई। दूसरे दिन मैया के विशाल प्रांगण में यज्ञ का आयोजन किया गया।
इसमें यजमान परिवार ने शास्त्रोक्त विधि से यज्ञ में आहुति प्रदान की। रात्रि संतवाणी और विशाल डायरा का आयोजन किया गया। महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को दोपहर मंगल मुहूर्त में माताजी के फोटो की प्राण प्रतिष्ठा की गई। शाम यज्ञ में श्रीफल होम किया गया। आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का लाभ लिया।
पाटण. जिले की हारीज तहसील के गोवना गांव में चामुंडा युवक मंडल और समस्त सोलंकी (राजपूत) परिवार की ओर से श्री चामुंडा धाम में माताजी का तीन दिवसीय फोटो प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया।
श्रद्धालुओं के आस्था के केन्द्र श्री चामुंडा धाम में मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की ओर से चैत्र शुक्ल पक्ष चतुदर्शी से माताजी के फोटो का तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू किया गया था। महोत्सव के पहले दिन देहशुद्धिकरण विधि-विधान के तहत पूजा आयोजित की गई। दूसरे दिन मैया के विशाल प्रांगण में यज्ञ का आयोजन किया गया।
इसमें यजमान परिवार ने शास्त्रोक्त विधि से यज्ञ में आहुति प्रदान की। रात्रि संतवाणी और विशाल डायरा का आयोजन किया गया। महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को दोपहर मंगल मुहूर्त में माताजी के फोटो की प्राण प्रतिष्ठा की गई। शाम यज्ञ में श्रीफल होम किया गया। आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का लाभ लिया।