बालक के अपहरण व उसे बेचने के आरोप में दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी गोता हाऊसिंग में रहते हैं। इन लोगों ने गोता हाऊसिंग में ही रहने वाले एक निसंतान दंपत्ति के पास से एक लाख रुपए में डेढ़ वर्षीय बालक जिग्नेश को बेचने की बात सामने आई है।
पकड़े गए आरोपियों में गोता हाऊसिंग बोर्ड निवासी महेन्द्र उर्फ मुन्नो परमार ठाकोर (२३), गोता हाऊसिंग में ही रहने वाली संगीताबेन चौहान (५२), पूनमबेन उर्फ पूनी बारैया (३०) एवं जितेन्द्र महेता (४५) शामिल हैं। आरोपियों ने 11 जनवरी की रात को हेबतपुर फुटपाथ से बालक का अपहरण करने के बाद उसे गोता हाऊसिंग में रहने वाले एक निसंतान दंपत्ति को बेच दिया था। पकड़े जाने के डर से 14 जनवरी को वैष्णोदेवी सर्कल के पास से एक ऑटो रिक्शा में इसे नाट्यात्मक तरीके से छोड़ दिया।
वस्त्रापुर थाने के पुलिस निरीक्षक एम.ए.वाघेला को सूचना मिली कि हेबतरपुर इलाके से चंद दिन पहले बालक को अपहृत करने एवं उसे बेचने के आरोप में गोता हाऊसिंग बोर्ड निवासी महेन्द्र लिप्त है। सूचना के आधार पर महेन्द्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसी ने हेबतपुर से रोड पर मजदूरी करने वाले एवं फुटपाथ पर ही सोने वाले दंपत्ति के बालक जिग्नेश को 11 जनवरी को अपहृत करने का आरोप कबूल कर लिया।
उसकी पूछताछ में उसने बताया कि उसने गोता हाऊसिंग बोर्ड में रहने वाली संगीताबेन चौहान (५२) के कहने पर और उसके षडयंत्र के तहत बालक को अपहृत किया था। इस षडयंत्र में हाऊसिंग में ही रहने वाली पूनमबेन और जितेन्द्र महेता भी शामिल हैं। इस सूचना के आधार पर वस्त्रापुर पुलिस ने सोला पुलिस की मदद से संगीता, पूनम और जितेन्द्र को भी गिरफ्तार कर लिया। अब तक की जांच में आरोपियों की ओर से पैसों की खातिर बालक को अपहृत कर बेचने का आरोप कबूला है। इन लोगों की ओर से ऐसा पहली बार किए जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास को भी खंगाल रही है।
निसंतान दंपत्ति को एक लाख में बेचा वस्त्रापुर थाने के पुलिस निरीक्षक एम.ए.वाघेला ने बताया कि प्राथमिक जांच और पूछताछ में सामने आया कि गोता हाऊसिंग बोर्ड में ही रहने वाले निसंतान दंपत्ति को इन्होंने इस बालक को एक लाख रुपए में बेचा था। उससे ५० हजार रुपए ले भी लिए थे। ५० हजार लेने बाकी थे। इस दंपत्ति को बालक नहीं होने से इसने बालक को दत्तक लेने की बात कही थी। इस पर हाऊसिंग बोर्ड में ही रहने वाली संगीता ने षडयंत्र रचते हुए महेन्द्र, पूनम और जितेन्द्र की मदद से पैसे पाने के लिए बालक का अपहरण किया और फिर इसे दंपत्ति को एक लाख में बेच दिया। आरोपियों को सोला पुलिस को सौंपा है।