पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल ने स्थानीय किसानों के लिए गुरुवार को वडोदरा से दिल्ली के लिए पहली किसान रेल चलाई है। किसान रेल कृषि उत्पादों विशेषकर जल्दी- खराब होने वाले फलों-सब्जियों को कम दर पर पहुंंचाने और उचित मूल्य दिलाने में मददगार बनेगी। इसके चलते ही पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल ने वडोदरा से दिल्ली के लिए 20 डिब्बों वाली पहली किसान रेल के ज़रिए लगभग 194 टन केले भेजे हैं।
यह पश्चिम रेलवे के मुंबई एवं रतलाम मंडलों से चीकू, प्याभज एवं आलू भेजने के लिए चलाई गई किसान रेलों के अतिरिक्त एक अन्य किसान रेल है। पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल की बिजनेस डवलपमेंट यूनिट के निरंतर प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। इस वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 15 जून, के बीच पश्चिम रेलवे ने अपनी 63 किसान रेलों के ज़रिये 14200 टन से अधिक कृषि उत्पोदों का परिवहन किया। यह उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी में पश्चिम रेलवे की गुड्स एवं पार्सल स्पेशल ट्रेनों के साथ-साथ किसान रेलों ने देश भर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की गई।