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पतंग की डोर से तीन की मौत

locationअहमदाबादPublished: Jan 15, 2018 11:59:00 pm

Submitted by:

Gyan Prakash Sharma

पत्नी का जन्मदिन मनाकर लौट रहे थे

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गुजरात. मकर संक्रांति व उत्तरायण पर्व पर पतंग की जानलेवा डोर से इस बार भी प्रदेश के कई इलाकों में मुंह, गला कटने की छोटी-बड़ी कई घटनाएं सामने आई हैं। वडोदरा, आणंद व महेसाणा जिले में भी पतंग की डोर सड़क चलते गले में फंसने से तीन जनों की मौत हो गई।
प्रेम विवाह करने के बाद पत्नी का जन्मदिन मनाकर घर लौट रहे पति की पतंग की डोर से मौत हो गई। जाणेजा स्थित श्री वसाहत निवासी प्रियांकभाई शांतिलाल परमार (२८) ने प्रेम विवाह किया था। उत्तरायण के दिन पत्नी का जन्मदिन था, जिससे दोनों मांजलपुर स्थित सिनेमाघर में फिल्म देखने के लिए गए थे। शाम को दोनों बाइक पर घर जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में सरस्वती कॉम्प्लेक्स चार रास्ता के पास पतंग की डोर से प्रियांक का गला कट गया। आसपास के लोगों ने लहूलुहान प्रियांक को निजी अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन उसकी मौत हो गई। मौत के चलते परिवार में शोक की लहर फैल गई।

बाइक चालक की मृत्यु

आणंद. जिले के खंभात में कंसारी गांव निवासी अश्विन मणिलाल प्रजापति (३८) रविवार शाम को बाइक पर खंभात-उंदेल मार्ग से गुजर रहे थे। इस दौरान पतंग की डोर गले में फंसने के कारण उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस संबंध में बलवंतभाई प्रजापति ने खंभात ग्रामीण पुलिस को जानकारी दी।
घर पहुंचने से पहले की मौत
महेसाणा. तीसरी घटना महेसाणा की है, जहां गोजरिया गांव निवासी कल्पेश पटेल (३३) की भी पतंग की डोर से मौत हो गई। कल्पेशभाई रविवार सुबह स्कूटी पर घर रहे थे। इस दौरान गांव के पास ही पतंग की डोर से गला कटने के कारण उनकी मौत हो गई।
तीन जने अस्पताल में
राजकोट. पतंग की डोर से एवं छत से गिरने के कारण जख्मी तीन युवकों को सिविल अस्पताल में एवं एक युवक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहर के वाणियावाड़ी क्षेत्र निवासी कमलेश रविवार को स्कूटर पर पुत्र नक्ष (५) को आगे खड़ा करके ले जा रहे थे। इस दौरान डोर नक्ष के गले में फंस गई, जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घांचीवाड निवासी फैजल हनीफ सैयद (२०) व नाना मवा १५० फीट रिंग रोड निवासी समीर सीताराम निमावत (१८) रविवार को छत से गिरने के कारण जख्मी हो गए।
पतंग की डोर से छह पक्षियों की मौत, जख्मी ६८ को बचाया


जामनगर/आणंद/हिम्मतनगर. प्रदेश के जामनगर, आणंद व हिम्मतनगर में उत्तरायण पर पतंग की डोर से जख्मी ६८ पक्षियों को विभिन्न संस्थाओं की ओर से बचाया गया है, जबकि ६ पक्षियों की मौत हो गई। जामनगर की पीटर स्कोट बर्ड अस्पताल में कुल १७ पक्षियों का उपचार किया गया।
यह पक्षी आसमान में विचरण करते समय पतंग की डोर से जख्मी हो गए थे, जबकि छह पक्षियों की मौत हो गई। चिकित्सक केतन निरंजनी, जिज्ञेश नाकर, बिपिन शाह, शैलेश दोढिय़ा, धर्मेन्द्र कटारिया, राजेश झवेरी, कौशल मोदी, दिपेन शाह व बेनाबेन सीमरिया की टीम ने पक्षियों का उपचार किया।

आणंद में ३५ पक्षियों का उपचार

आणंद. आकाश में उड़ते समय जख्मी ३५ पक्षियों को जीवदया प्रेमियों ने आणंद की कृषि यूनिवर्सिटी संचालित वेटरनरी कॉलेज सर्जरी विभाग में पहुंचाया गया, जहां सर्जरी कर पक्षियों का उपचार किया गया। बासी उत्तरायण को भी जख्मी पांच पक्षियों का उपचार किया गया।

हिम्मतनगर में २२ पक्षियों को बचाया
हिम्मतनगर. जीवदया चेरीटेबल ट्रस्ट की ओर से २२ पक्षियों को जीवनदान दिया गया। यह पक्षी पतंग की डोर से जख्मी हो गए थे।

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