अहमदाबाद. इनकम डिक्लेरेशन स्कीम (आईडीएस) के तहत 13860 करोड़ रुपए के कालेधन की घोषणा कर देशभर में हलचल मचाने वाले महेश शाह को शनिवार को हिरासत में ले लिया गया। कई मीडिया रिपोर्टों में इसके फरार होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन इन दावों के बीच शाह एक टीवी चैनल के दफ्तर में पहुंचा, जहां से आईटी और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
महेश शाह ने दावा किया है कि रुपए मेरे नहीं हैं, मुझसे गलती हो गई। मुझे नहीं पता था बड़े गड्ढे में गिर जाऊंगा। इससे जुड़े लोगों का पर्दाफाश करूंगा। आईटी ने तीन दिन तक उसके निवास और उनके सीए के कार्यालय पर छापे मारे थे और उनकी तलाश में एजेंसियां लग गई थी। 67 वर्षीय शाह ने बताया कि वह रीयल एस्टेट का कार्य करता है। उसने कोई अपराध नहीं किया है, लेकिन कुछ ऐसे हालात बने कि मजबूरी में घोषणा करनी पड़ी। इनकम टैक्स सहित सभी विभागों को सहयोग के लिए भी शाह ने आश्वासन दिया। उसने यह भी कहा कि उसके परिवार को कोई परेशान नहीं करे।
कई नेता, बिल्डर जुड़े
एक निजी टेलीविजन चैनल में स्टूडियों में अचानक पहुंचकर महेश शाह ने बताया कि इस काम में नेता, अधिकारी व बिल्डर कई लोग जुड़े हुए हैं। इस संबंध में वे दूध का दूध और पानी का पानी करेंगे तथा मामले का खुलासा करेंगे। इसके लिए कई लोगों से अलग-अलग मुलाकात हुई। कुछ उनसे मिलने आए और कुछ से वे मिलने गए।