देशभर में 55 बागवानी क्लस्टरों की पहचान केंद्रीय कृषि व कृषक कल्याण मंत्रालय की ओर से देशभर में 55 बागवानी क्लस्टरों की पहचान की गई है। इनमें से 12 क्लस्टरों का प्रायोगिक उपयोग करने के लिए चचन किया गया है। प्रारंभिक चरण में सेब के लिए जम्मू-कश्मीर के लखनौ, शोपियन, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर, आम के लिए उत्तर प्रदेश, तेलंगाना के महबूबनगर, केले के लिए आंध्र प्रदेश के अनंतपुर, तमिलनाडु के तेनी, द्राक्ष (अंगूर) के लिए महाराष्ट्र के नासिक, अनानास के लिए त्रिपुरा के सिफहिजाला, महाराष्ट्र के सोलापुर, कर्नाटक के चित्रदुर्ग, हल्दी के लिए मेघालय के पश्चिम जयंतियाहिल्स का चयन किया हैै।
निर्यात में 20-25 फीसदी वृद्धि का लक्ष्य डॉ. लखी के अनुसार गुजरात के कच्छ में केसर आम क्लस्टर लगभग 5500 किसानों व मूल्य श्रृंखला के हितधारकों को लाभ पहुंचाएंगे और करीब 66 लाख मेट्रिक टन केरी का संचालन किया जाएगा। कार्यक्रम के साथ लक्षित फसलों के निर्यात में 20-25 फीसदी वृद्धि करने व क्लस्टर फसलों की प्रतिस्पद्र्धा बढ़ाने के लिए विशिष्ट ब्रांड बनाने का लक्ष्य रखा है।
एचसीडीपी को लागू करने के लिए जीएआईसी को नियुक्त किया एजेंसी डॉ. लखी ने गुजरात एग्रो इंडस्ट्रीज कार्पोरेशन लिमिटेड (जीएआईसी) के अधिकारियों से चर्चा के दौरान एचसीडीपी की प्रगति की समीक्ष की और बताया कि बताया कि एचसीडीपी को लागू करने के लिए जीएआईसी को एंजेसी के तौर पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने अधिकारियों से एचसीडीपी को समय पर लागू करने, प्रवृत्तियों की समीक्षा करने लिए समय-समय पर बैठकें आयोजित करने की अपील की।