उन्होंने कहा कि इस शो के जरिए पर्यटकों को कच्छ के इतिहास और संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा। यह शो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। मारी भूमि-कच्छ नी भूमि-रण नी भूमि-युद्ध नी भूमि की थीम पर लाइट एण्ड साउंड शो तैयार किया गया। इसमें सफेद रण, हडप्पा सभ्यता के धोलावीरा, बौद्ध गुफाओं, लखपत, कोटेश्वर महादेव और नारायण सरोवर जरा का युद्ध आदि को दिखाया गया। साथ ही कच्छ की वीरांगनाओं की ओर से पाकिस्तान के साथ युद्ध में नष्ट हुई हवाई पट्टी के किए गए पुनर्निर्माण कार्य, रक्षक वन, शिल्प, कच्छ के शिल्प कौशल, वीरता और कच्छ में 26 जनवरी 2001 को आए विनाशकारी भूकंप और उसकी याद में भुज में बनाया गए स्मृति वन, बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क के अलावा कच्छ के इतिहास और संस्कृति को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।कच्छ के दर्शनीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध कच्छ के धोरडो िस्थत सफेद रण में एक नया पर्यटक आकर्षण शुरू किया गया है।
लाइट एंड साउंड शो 7.29 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार किया गया है। अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने और रात्रि पर्यटन को प्राथमिकता देने के लिए हर साल रण उत्सव के दौरान सफेद रण में सजावटी-अभिनव प्रकाश व्यवस्था की गई है। लंबा यह लाइट एंड साउंड शो 18 मिनट लंबा है। यह शो 250 लोगों की क्षमता पर रात में दो बार स्थायी रूप से दिखाया जाएगा। पर्यटन मंत्री मुलु बेरा भी मौजूद थे।