15 वर्ष के भतीजे के साथ फिलहाल यहां रह रहीं इस महिला ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर अपनी व्यथा व्यक्त की। इसके बाद बिहार गुजरात मैत्री संघ (बिगमास) के लोगों ने महिला की मदद की। उनके रहने और खाने-पीने का इंतजाम भी किया।
बिहार के मुजफ्फर जिले के बैरिया के पास पैगम्बरपुर गांव की नवीना कुमारी कुछ महीने पहले अपने पति के किडनी के इलाज के लिए अहमदाबाद के किडनी अस्पताल में आई थी। वह सिविल अस्पताल के पास भाड़े में रूम लेकर रह रही थी। वे अपने पति को किडनी देने के लिए तैयार थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से उनके पति की मौत हो गई। गत 2 फरवरी को उनके पति की मौत के बाद उनके सास-ससुर मृत देह लेने यहां आए। इसके बाद तीनों अंतिम संस्कार के लिए मुजफ्फरपुर गए।
उधर सिविल अस्पताल के पास भाड़े के कमरे में पड़े सामान व अन्य कार्य के लिए महिला अपने भतीजे के साथ गत 18 मार्च को बिहार से निकली और गत 20 मार्च को अहमदाबाद पहुंची। लेकिन इसी दौरान लॉकडाउन की घोषणा होते ही वह अपने गांव वापस नहीं लौट सकी। महिला के पास जितनी रकम बची थी उससे वह अब तक काम चला रही थी,लेकिन पैसा खत्म होन जाने केबाद उन्होंने अपनी परिस्थिति का बयान सोशल मीडिया पर किया। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से अपील की थी कि उसे उसके पुत्र तक पहुंचाने में मदद की जाए।
इस वीडियो के वायरल होने पर बिहार गुजरात मैत्री संघ (बिगमास) के पदाधिकारी राकेश सिंह ने नजदीक में रहने वाले अन्य पदाधिकारी सोना सिंह का संपर्क साधा। सोना सिंह ने संस्था के अध्यक्ष व आईपीएस अधिकारी ए. के. शर्मा व महासचिव किशोर गोस्वामी के मार्गदर्शन के जरिए पुलिस की मदद से महिला का संपर्क किया और उनके रहने-खाने की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद इस महिला को बिहार वापस भेजने की व्यवस्था की जाएगी।