वहीं 19 मई की रात को 39 ट्रेनों में 61 हजार श्रमिकों को रवाना हुए, जिसमें उत्तर प्रदेश के लिए 28, बिहार के लिए सात, झारखंड के लिए 2 और पश्चिम बंगाल- छत्तीसगढ़ के लिए 1-1 ट्रेन दौड़ाई गई।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए बेहतर व्यवस्था की जाती है। सोशल डिस्टेसिंग (Social distancing) के जरिए श्रमिकों को ट्रेन तक ले जाया जाता है। वहीं जिला प्रशासन ने ऐसे श्रमिकों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की।
उत्तर प्रदेश सरकार चुकाएगी श्रमिकों का किराया
लॉकडाउन के दौरान गुजरात, दादरानगर हवेली और दीव-दमन से श्रमिक ट्रेनों (Shramik) से उत्तर प्रदेश जाने वाले श्रमिकों को किराया उत्तर प्रदेश सरकार भुगतान करेगी। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के नाम से ऐसा पत्र 18 मई को रेलवे बोर्ड, गुजरात, दादरा नगर हवेली के नोडिल अधिकारी भेजा गया है।
पत्र में लिखा गया है कि लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग राज्यों में उत्तर प्रदेश के श्रमिक फंसे हैं। गुजरात, दादरा नगर हवेली और दीव-दमन में फंसे श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है या लाया जाना है उन सभी श्रमिकों का किराया उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी।
लॉकडाउन के दौरान गुजरात, दादरानगर हवेली और दीव-दमन से श्रमिक ट्रेनों (Shramik) से उत्तर प्रदेश जाने वाले श्रमिकों को किराया उत्तर प्रदेश सरकार भुगतान करेगी। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी के नाम से ऐसा पत्र 18 मई को रेलवे बोर्ड, गुजरात, दादरा नगर हवेली के नोडिल अधिकारी भेजा गया है।
पत्र में लिखा गया है कि लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग राज्यों में उत्तर प्रदेश के श्रमिक फंसे हैं। गुजरात, दादरा नगर हवेली और दीव-दमन में फंसे श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है या लाया जाना है उन सभी श्रमिकों का किराया उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी।