गांधीधाम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) के सचिव आशीष जोशी के मुताबिक लॉजिस्टिक किसी भी इंडस्ट्री के लिए रीढ़ के समान है। फिलहाल देश भर में विभिन्न उद्योंगों के मालों की आवाजाही के लिए ड्राइवर की जरूरत है जो लॉक डाउन के चलते अपने वतन चले गए हैं। इस कारण पूरे देश के ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री, आयात निर्यात कारोबार के साथ-साथ अन्य उद्योगों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
कंडला मुंद्रा कंटेनर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेश राजदे के मुताबिक ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री की ओर से परिवहन मंत्री और वित्त मंत्री से मांग की गई है कि कॉमर्शियल वाहनों पर लगा बैंक का 3 महीने का मोरेटोरेरियम ब्याज रहित किया जाए। साथ ही रोड टैक्स और टोल में राहत दी जाए। केन्द्र व राज्य सरकार को ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को भी मदद करनी चाहिए। सभी सेक्टर में मंदी का सामना करना पड़़ रहा है, इसी तरह ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को भी दीपावली तक मंदी का सामना करना पड़ सकता है।