जिला टिड्डी नियंत्रण अधिकारी के. एल. मीणा के अनुसार जिले के कुंडालिया एवं राधानेसडा सहित कुछ गांवों में टिड्डी दल दिखाई दिया। ऐसे में टिड्डी को भगाने के लिए टीम की ओर से शनिवार सुबह से ही स्पे्र करने की कार्रवाई शुरू की है। टिड्डी वुबाई क्षेत्रों में नहीं पहुंचे, इसके लिए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है।
पाकिस्तान से एक बार फिर आई टिड्डी रण क्षेत्र में ही नियंत्रण में नहीं होने के कारण नजदीकी गांवों तक पहुंच गई है। ऐसे में बॉर्डर पर केन्द्र सरकार की दो टीमें सक्रिय की गई हैं। अब हवा की दिशा के अनुसार टिड्डी प्रवेश करेगी। फिलहाल टिड्डी नडाबेट से हवा की दिशा के अनुसार कच्छ के रण या पुन: बनासकांठा में घूमेगी, इस पर प्रशासन की नजर है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों गुजरात में घुसे टिड्डी दल ने बनासकांठा से लेकर साबरकांठा, महेसाणा आदि जिलों में फसलों को नुकसान पहुंचाया था। अब पुन: टिड्डी का खतरा मडऱाने लगा है।