पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आंगडिय़ा पेढ़ी के कर्मचारी ने ही लूट का षड्यंत्र रचा था। उसे २० हजार रुपए की जरुरत थी, लेकिन पेढ़ी मालिक ने एडवांस देने से मना कर दिया था, जिससे कर्मचारी ने अपने संबंधी के मार्फत अन्य आरोपियों की मदद से लूट के षड्यंत्र को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर आरोपियों को अलग-अलग स्थलों से गिरफ्तार किया है।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा पुलिस आयुक्त अग्रवाल ने बताया कि आंगडिय़ा पेढ़ी का कर्मचारी मित्र के साथ बाइक पर जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में अज्ञात नकाबपोश आंगडिय़ाकर्मी से बैग को छीन ले गए, जिसमें ७ लाख रुपए थे। लूट की वारदात के बाद ए डिवीजन पुलिस, क्राइम ब्रांच सहित पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज के आ्राप जांच शुरू की और एक युवक का नाम उजागर हुआ, जिसने पकड़कर पूछताछ की तो एक के बाद एक पांच नाम उजागर हुए, जिनमें शिकायतकर्ता भी शामिल था। पुलिसने अलग-अलग स्थलों से पांचों को गिरफ्तार करके ६ लाख ८३ हजार रुपए बरामद किए हैं।