भारतीय संस्कृतिक की १०१ झांकियां जुड़ेंगी
उड़ीसा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी मानी जाने वाली इस रथयात्रा की अगुवाई १८ श्रृंगारित गजराज करेंगे। उनके पीछे भारतीय संस्कृति की झांकी दर्शाने वाले १०१ सुशोभित ट्रक, 18 भजन मंडलियां, 30 अखाड़े, 3 बैंडवाजे वाले शामिल होंगे। इसके पीछे भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व दाऊ बलराम के रथ होंगे जिन्हें देश भर से आए करीब 1200 से १५०० खलासी खीचेंगे। इस रथयात्रा में हरिद्वार, अयोध्या, उज्जैन, नासिक, जगन्नाथपुरी व सौराष्ट्र सहित देश भर से करीब ढाई हजार से ज्यादा साधु-संत भाग लेंगे। यात्रा में पहली बार साधु-संतों के अखाड़े जुड़ेंगे, जिनमें इलाहाबाद के नरेन्द्रगिरी महाराज, जूनागढ़ के हरिगिरी महाराज आदि उपस्थित रहेंगे। करीब साढ़े 13 घंटे की इस यात्रा में भगवान के रथ सरसपुर स्थित ननिहाल में डेढ़ घंटे का विराम लेंगे। मेट्रो मार्ग पर दर्शनार्थियों के लिए एलईडी की व्यवस्था की जाएगी।
मंगला आरती करेंगे अमित शाह :
इससे पहले शनिवार तड़के ४ बजे मंदिर में मंगला आरती होगी। इसके बाद साढ़े 4 बजे भगवान को विशिष्ट भोग लगाया जाएगा, जिसमें खिचड़ी, कद्दू और ग्वारफली की सब्जी एवं दही होगा। मंगला आरती में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उपस्थित रहेंगे। इसके बाद ५ बजे आदिवासी नृत्य व गरबा एवं आंखों पर बंधी पट्टी खोलने की विधि की जाएगी। सुबह ५.४५ बजे भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं दाऊ बलराम को रथों पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। इसके बाद ७ बजे रथयात्रा आरंभ होगी।
तीस हजार किलो मूंग का प्रसाद
रथयात्रा के दौरान तीस हजार किलो मूंग, पांच सौ किलो जामुन, तीन सौ किलो आम, चार सौ किलो ककड़ी व अनार एवं दो लाख उपरणा (दुपट्टे) प्रसाद के रूप में बांटे जाएंगे।