हेरोइन हेराफेरी मामले का मुख्य आरोपी नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार
अहमदाबादPublished: Oct 02, 2018 12:01:17 am
१५ करोड़ की हेरोइन बरामद, ३०० किलो की हेराफेरी का खुलासा, गुजरात एटीएस ने अब तक तीन आरोपियों को पकड़ा है
हेरोइन हेराफेरी मामले का मुख्य आरोपी नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार
अहमदाबाद. गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने १५ करोड़ रुपए की हेरोइन बरामदगी मामले में एक और आरोपी को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। सोमवार को पकड़ा गया आरोपी इस मामले का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। एटीएस अब तक इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है, जिसमें एक आरोपी जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर से भी पकड़ा गया।
गुजरात एटीएस सूत्रों के अनुसार नेपाल बॉर्डर से पकड़े गए आरोपी का नाम अरशद सोट्टा उर्फ राजू दुबई है। वह मूल रूप से गुजरात के मोरबी का रहने वाला है।
सीमा पार पाकिस्तान से बीच समुद्र में भेजी गई करोड़ों रुपए की हेरोइन को पाकिस्तान से भारत मंगवाने में मुख्य कड़ी अरशद सोट्टा ही है।
12 अगस्त को गुजरात एटीएस ने पांच किलोग्राम हेरोइन को समुद्री इलाके से सटे देवभूमि द्वारका जिले के सलाया से बरामद किया था। द्वारका जिले के सलाया से अजीज अब्दुल भागड को पांच किलोग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा। उसकी पूछताछ के आधार पर कच्छ जिले के मांडवी से रफीक आलम सुमरा को गिरफ्तार किया। भागड़ की पूछताछ में सामने आया कि वह मांडवी के रफीक आलम सुमरा के कहने पर ही वह बीच समुद्र से अपनी नाव में चार महीने पहले हेरोइन को लेकर आया था। फिर उसने यह हेरोइन रफीक सुमरा को सौंप दी। दो बार में करीब ३०० किलोग्राम हेरोइन लेकर आया था। जिसकी कीमत करीब १५०० करोड़ रुपए बताई जा रही है। 5 किलो हेरोइन अपने पास रखी थी जिसे एटीएस ने 12 अगस्त को बरामद किया।
रफीक की पूछताछ में सामने आया कि रफीक आदम सुमरा ने मांडवी निवासी एक अन्य आरोपी शाहिद हुसैन सुमरा के साथ मिलकर करीब ३०० किलोग्राम हेरोइन के जत्थे को पंजाब अमृतसर निवासी सिमरनजीत के कहने पर जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले के हलपोरा गांव निवासी नजीर अहमद नसीर मोहम्मद ठाकर एवं श्रीनगर निवासी मंजूर अहमद मीर को उंझा के एपीएमसी में सौंपा। कश्मीर निवासी दो आरोपियों में से एक नजीर अहमद ठाकर को एनडीपीएस के मामले में चंद दिनों पहले ही जम्मू में गिरफ्तार किया गया था। वह जेल में था। पता चलने पर गुजरात एटीएस ने बीते माह ही उसे श्रीनगर से ट्रांसफर वारंट से गिरफ्तार कर लिया।
भागड़, रफीक और नजीर ठाकर की पूछताछ में सामने आया कि यह हेरोइन सीमा पार पाकिस्तान से मंगाई गई। भारत मंगाने में मुख्य भूमिका अरशद सोट्टा उर्फ राजू दुबई ने निभाई। वह मूलरूप से मांडवी का रहने वाला है। उसी के कहने पर सीमा पार से रफीक और अब्दुल भागड़ के जरिए भागड़ की नाव में ३०० किलोग्राम हेरोइन को द्वारका, मांडवी लाया गया। वहां से ऊंझा लाकर ऊंझा में जीरे के पैकेटों के बीच में उसे रखकर नजीर ठाकर, मंजूर मीर को सौंप दिया।
अशरद सोट्टा उर्फ राजू दुबई का नाम सामने आने पर एटीएस को उसकी तलाश थी। उसके नेपाल बॉर्डर के पास छिपे होने की सूचना पर गुजरात एटीएस की टीमों ने नेपाल बॉर्डर के पास डेरा डाला था। सोमवार को एटीएस ने उसे नेपाल बॉर्डर से धर दबोचा। राजू दुबई के गिरफ्त में आने के चलते अब इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसमें आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के भी लिप्त होने की आशंका है।