एक साल पहले मृत व्यक्ति के नाम लिया बीमा, फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र से क्लेम की कोशिश
अहमदाबादPublished: Mar 17, 2018 09:37:39 pm
बीमा कंपनी ने डिटेक्टिव से कराई जांच तो फूटा भांडा,एलिसब्रिज में मृतक के भाई विरुद्ध मामला दर्ज
अहमदाबाद. एक साल पहले ही अपने गांव के कुए में कूदकर आत्महत्या कर लेने वाले खेतिहार मजदूर के नाम पर बीमा लेकर फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र पेश कर क्लेम की राशि लेने की कोशिश कर बीमा कंपनी को चपत लगाने के प्रयास का मामला सामने आया है।
बीमा कंपनी को शंका होने पर दिल्ली की एक डिटेक्टिव एजेंसी की ओर से कराई गई जांच में मृतक युवक के भाई की कारगुजारी का भांडा फूटने पर बजाज एलाइंस जीवन बीमा कंपनी के चीफ ब्रांच मैनेजर मिहिर त्रिवेदी (४०) ने एलिसब्रिज थाने में सना तावियाड के विरुद्ध ठगी व विश्वासघात का मामला दर्ज कराया है।
इसमें आरोप लगाया कि सनाभाई ने १४ अक्टूबर २०१५ को इंश्योरेंस कंसल्टेंट पूरव पटेल व सैल्स मैनेजर उपेन्द्र पटेल के माध्यम से जीवन बीमा लिया था। उसका सालाना प्रीमियम २३७८८ रुपए थे। यह बीमा सनाभाई ने अपने भाई जेशिंगभाई तावियाड के नाम पर लिया था। १५ दिसंबर २०१६ को उन्होने क्लेम करते हुए बीमा के साढ़े सात लाख रुपए मांगे। जिसके साथ जेशिंगभाई की २१ जनवरी २०१६ को मौत होने की बात कहते हुए इसका मृत्यु प्रमाण-पत्र भी पेश किया। बीमा लेने के दौरान उन्होंने जेशिंग भाई को किसान बताते हुए सालाना एक लाख ८० हजार रुपए की आय दर्शाई थी।
े दिल्ली की डिटेक्टिव एजेंसी की जांच से पता लगा कि जेशिंग भाई ने तो वर्ष २०१४ में ही पंचमहाल जिले के तावियाड फळियु पढारा कडाणा गांव के कुए में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उनके नाम पर कोई जमीन नहीं हैं, खेत मजदूरी करते थे। वे बीपीएल कार्डधारक थे। उनकी विधवा पत्नी ने दूसरा विवाह भी कर लिया है। गांव के लेखपाल ने कहा कि उनके रिकॉर्ड में इस नाम से इस तिथि और क्रमांक का कोई मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी होने का उल्लेख नहीं है। इस पर बीमा कंपनी के चीफ ब्रांच मैनेजर ने प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें मृत्यु का फर्जी प्रमाण-पत्र पेश करके बीमा की साढ़े सात लाख रुपए की राशि पाने की कोशिश कर कंपनी को चपत लगाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।