बहन के विवाह के लिए पैसों का इंतजाम करने को हमला कराने के लिए राजी हुआ था युवक, चाकू गहराई तक लगने से हुई मौत
अहमदाबाद. सरसपुर जालमपुरी की चाली के पास २४ दिसंबर की रात बाइक पर आए दो युवकों की ओर से ब्रजेश यादव पर किए गए हमले में शिकायत दर्ज कराने वाला विजय सिंह तोमर (२७) ही आरोपी निकला है। शहरकोटडा पुलिस ने ब्रजेश की हत्या के आरोप में सोमवार को विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
विजय सिंह की पूछताछ में उसने कबूला कि ब्रजेश यादव के कहने पर ही उसने ब्रजेश को चाकू मारा था, लेकिन चाकू गहराई तक लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसने बताया कि ब्रजेश सिंह के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसकी बहन का विवाह भी एक महीने में होने वाला था, जिससे उसने दो लाख रुपए के लिए खुद पर चाकू से हमला करवाने के लिए विजय को मंजूरी दी थी।
ऐसा करने के लिए राहुल तोमर ने ब्रजेश व विजय को राजी किया था। दरअसल ओढव निवासी राहुल तोमर और राजपूत एसोसिएट के नाम से वाहनों को सीज करने की एजेंसी चलाने वाले नगेन्द्र सिंह राजपूत के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद था। राहुल तोमर ने नगेन्द्र सिंह को फंसाने के लिए ब्रजेश और विजय को तैयार किया था। इसके लिए उसने ब्रजेश को दो लाख रुपए देने की बात कही थी। दो लाख रुपए के लिए ब्रजेश विजय के हाथों खुद पर हमला कराने को तैयार हो गया था। हमला करने के बाद विजय ने दर्ज कराई शिकायत में आरोपी के रूप में राहुल तोमर के बताए अनुसार नगेन्द्र सिंह राजपूत के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसमें आरोप लगाया कि नगेन्द्र सिंह तोमर के यहां ब्रजेश व विजय
काम करते थे। नगेन्द्र सिंह इन दोनों के नौकरी के बकाया रुपए नहीं दे रहा था। इस बात को लेकर हुई कहासुनी के चलते नगेन्द्र सिंह ने एक अन्य युवक के साथ मिलकर ब्रजेश पर हमला किया और फरार हो गया। शिकायत पर पुलिस ने नगेन्द्र सिंह को गिरफ्तार भी किया था। जांच में पता चला कि जिस समय ब्रजेश पर हमला किया गया उस समय नगेन्द्र सिंह घटनास्थल से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर था। वहीं दूसरी ओर पुलिस को शिकायतकर्ता विजय पर भी शक था। विजय मामला दर्ज कराने के बाद और ब्रजेश की मौत के बाद से ही गायब था। वह पुलिस के बुलाने पर भी थाने नहीं पहुंचा था। जिससे शंका पक्की हो गई थी। आखिरकार इसे पुलिस ने इसे धर दबोचा।