गुजरात में 13 साल में गुम हुए ४६ हजार में से 43 हजार बालक मिले, २६ सौ अभी भी लापता, पता लगाने को २० तक स्पेशल ड्राइव
अहमदाबाद. गुजरात में बीते 13 सालों में वर्ष २००७ से २०२० के दौरान लापता हुए बालकों और उनके मिलने की स्थिति की राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आशीष भाटिया ने पांच अगस्त को समीक्षा की। इस दौरान सामने आया कि राज्य में इन 13 सालों में ४६ हजार ४०० बालक लापता हुए थे, जिसमें से ४३ हजार ७८३ बालकों को खोज लिया गया है। हालांकि अभी भी २६१७ बालक लापता हैं। लेकिन लापता हुए बालकों को खोजने की दर ९४.३६ प्रतिशत रही।
समीक्षा के दौरान सामने आया कि राज्य में सबसे ज्यादा बालक अहमदाबाद शहर, सूरत शहर, भरुच, महेसाणा, दाहोद और गोधरा से लापता हुए हैं। ऐसे में न सिर्फ इन शहरों और जिलों की पुलिस को बल्कि राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों, पुलिस आयुक्तों को छह से २० अगस्त के दौरान लापता बालकों का पता लगाने के लिए स्पेशल ड्राइव शुरू करने को कहा गया है। इसमें एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के अलावा, क्राइम ब्रांच, पीसीबी, एसओजी, मिसिंग सेल को भी जुडऩे को कहा है। राज्य के सभी चाइल्ड ऑब्जरवेशन होम में भी जांच करने को कहा है।