एम्स पर चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कांग्रेसी विधायकों की ओर इशारा करते हुए उनसे पूछा एम्से एटले शू? (एम्स का क्या मतलब है?) उन्होंने कहा कि उन्हें सभी कांग्रेसी विधायकों से एक-एक कर पूछना है कि एम्स का क्या मतलब होता है। तब कांग्रेस के उपनेता शैलेष परमार ने कहा कि भारत में एम्स कांग्रेस लाई।
तमे एक सूत्र मंत्री उभा करो राज्यपाल के संबोधन पर चर्चा के दौरान गांधीनगर उत्तर से कांंग्रेस विधायक डॉ. सी. जे. चावड़़ा ने भाजपा सरकार पर खूब प्रहार किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कर्ज बढ़ा, दारू बढ़ी और सुअर-नील गाय की संख्या बढ़ी। गुजरात की भाजपा सरकार सिर्फ नारे लगाने व उत्सव मनाने का काम करती है। सरकार ने सिर्फ और सिर्फ उत्सवों, नारों, होर्डिंग व बैनरों के पीछे बेहिसाब खर्च किया है। इसलिए राज्य सरकार को एक सूत्र (नारे लगाने वाले) मंत्री बनाना चाहिए।
हजू तो पहला गीयर मां गाड़ी छे!
एम्स पर चर्चा के दौरान सदन में खूब बहस हुई। कांग्रेस के हर्षद रिबडिया के पूछे गए सवाल के दौरान उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कब से राह देखकर बैठे हुए हैं और चुटकी लेते हुए कहा कि अब वे ढाल दे रहे हैं, तब डिप्टी सीएम ने भी पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें भी ढाल देनी है। गाड़ी अच्छी तरह से चल रही है, लेकिन अभी तो गाड़ी पहले गीयर में ही चल रही है (हजू तो पहला गीयर मां गाड़ी छे)। तब विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने भी चुटकी ली और कहा कि नितिन की गाड़ी चली है, ऐसा न हो कि वह एम्स की चपेट में आ जाए।