script’14 हजार से ज्यादा लोगों ने लोक सरकार एप किया डाउनलोड’ | More than 14 thousand people downloded Loksarkar app | Patrika News

’14 हजार से ज्यादा लोगों ने लोक सरकार एप किया डाउनलोड’

locationअहमदाबादPublished: Nov 20, 2018 10:23:00 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

ऑनलाइन कर रहे हैं शिकायत

paresh dhanani

’14 हजार से ज्यादा लोगों ने लोक सरकार एप किया डाउनलोड’

अहमदाबाद. कांग्रेस पार्टी ने आमजन के लिए लोक सरकार एप लांच किया है, जिसे अब तक 14 हजार से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। इस एप के जरिए तहसील, जिला और राज्यस्तर की ऑनलाइन शिकायतें पंजीकरण की जा रही है। जो शिकायतें मिल रही हैं उनको लेकर सरकार के साथ लगातार संपर्क किया जा रहा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा आगामी दिनों में जनता की शिकायतें और जो भी जवाब मिलेंगे उनको लेकर जनता के बीच जाएंगे। लोक सरकार के जरिए आगामी समय में प्रथम चरण में महानगर पालिका के 171 वॉर्डों में लोक सेवा केन्द्र खोले जाएंगे। दूसरे चरण में गुजरात की नगरपालिकाओं के 1251 वॉर्डों में हर सप्ताह लोक सेवा केन्द्रों प्रारंभ किए जाएंगे। वहीं तीसरे चरण में जिला पंचायत के 1098 वॉर्र्ड में लोक सेवा केन्द्र खोले जाएंगे और चौथे चरण में गुजरात की तहसील पंचायतों के 5293 वॉर्डों में हर सप्ताह लोक सेवा केन्द्र के जरिए कांग्रेसी कार्यकर्ता जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाएंगे। गुजरात सरकार के 26 मंत्रालय और 42 प्रभागों में लोक सरकार के जरिए ऑनलाइन और ऑफ लाइन शिकायतों का निराकरण हो और सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए सरकार के 42 प्रभागों में विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी।
‘प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री नैतिकता स्वीकार कर दें इस्तीफाÓ
नेता प्रतिपक्ष धानाणी ने नाम लिए बगैर प्रधानमंत्री को चौकीदार और मुख्यमंत्री को हवलदार बताते हुए कहा कि सीबीआई की जांच सुप्रीम कोर्ट के मार्गदर्शन से हो रही है, जिसमें गुजरात से प्रतिनिधित्व करने वाले और केन्द्रीय मंत्री हरबिाई चौदरी पर व्यक्तिगत आरोप लगे रहे हैं। न्याय पालिका पर भरोसा और विश्वास है। कभी न कभी सत्य जरूर उजागर होगा। प्रधानमंत्री पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय सहित मत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री को नैतिक के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
वहीं पिछले वर्ष गुजरात में समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीदारी में बड़ा घोटाला सामने आया। मूंगफली कांड में चार हजार करोड़ों कहां गए उसका जवाब देने में विफल रहे मुख्यमंत्री ने खुद भी यह स्वीकार किया कि पिछले वर्ष मूंगफली खरीदारी में घोटाला हुआ था। मुख्यमंत्री को भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए और न्यायपालिका के सीटिंग जज से मूंगफली कांड की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए।
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