‘किसान व पशुपालकों के प्रति संवेदनशील बने भाजपा सरकार’
अहमदाबाद. गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में स्थानीय स्थिति का अध्ययन करने के बाद किसानों, पशुपालकों और नागरिकों के हित में अकालग्रस्त तालुका घोषित करने को लेकर लम्बे समय से कांग्रेसी विधायकों मुद्दा उठाते रहे हैं। आखिरकार राज्य सरकार को 45 तहसीलों को अकालग्रस्त घोषित करना पड़ा। उन्होंने मांग की है कि अभी भी 96 गांवों को अकालग्रस्त घोषित कर वहां पर्याप्त सहायता मुहैया करानी चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर प्रहार किया कि जल प्रबंधन में भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है, जिसका गुजरात के लाखों परिवार और किसान शिकार बने हैं। उन्होंने भाजपा सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अकालग्रस्त प्रभावितों को तत्काल सहायता मुहैया कराने के बजाय 1 दिसम्बर से सहायता मुहैया कराना कहां तक उचित है। कांग्रेस की सरकार समय पर ही केशडोल्स, घासचारे का प्रावधान, पानी और राहत कार्य मुहैया कराती रही है। राज्य की भाजपा सरकार वाहवाही लूटने और घोषणाओं पर करोड़ों रुपए खर्र्च कर किसानों और अकालग्रस्त पीडि़तों से अन्याय कर रही है। भाजपा सरकार पशुपालकों और किसानों के प्रति सरकार संवेदनशील बने।
अहमदाबाद. गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में स्थानीय स्थिति का अध्ययन करने के बाद किसानों, पशुपालकों और नागरिकों के हित में अकालग्रस्त तालुका घोषित करने को लेकर लम्बे समय से कांग्रेसी विधायकों मुद्दा उठाते रहे हैं। आखिरकार राज्य सरकार को 45 तहसीलों को अकालग्रस्त घोषित करना पड़ा। उन्होंने मांग की है कि अभी भी 96 गांवों को अकालग्रस्त घोषित कर वहां पर्याप्त सहायता मुहैया करानी चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर प्रहार किया कि जल प्रबंधन में भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है, जिसका गुजरात के लाखों परिवार और किसान शिकार बने हैं। उन्होंने भाजपा सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अकालग्रस्त प्रभावितों को तत्काल सहायता मुहैया कराने के बजाय 1 दिसम्बर से सहायता मुहैया कराना कहां तक उचित है। कांग्रेस की सरकार समय पर ही केशडोल्स, घासचारे का प्रावधान, पानी और राहत कार्य मुहैया कराती रही है। राज्य की भाजपा सरकार वाहवाही लूटने और घोषणाओं पर करोड़ों रुपए खर्र्च कर किसानों और अकालग्रस्त पीडि़तों से अन्याय कर रही है। भाजपा सरकार पशुपालकों और किसानों के प्रति सरकार संवेदनशील बने।