नाराज लोगों ने गांधीनगर जिले में मानसा-गांधीनगर रोड पर बालवा के समीप दो एसटी बसों को रोककर उसमें से यात्रियों को उतारने के बाद तोडफ़ोड़ करके उन्हें आग के हवाले कर दिया। इसके पीछे राजपूत समाज के नाराज लोगों का हाथ होने की आशंका है।
इसे देखते हुए अब गुजरात के मल्टीप्लेक्स संचालकों ने ‘पद्मावतÓ फिल्म को रिलीज करने को लेकर कदम पीछे खीचें हैं। शनिवार को अहमदाबाद में अनौपचारिक बातचीत में ज्यादातर मल्टीप्लेक्स संचालकों ने विवादित और विरोध के माहौल में फिल्म रिलीज करने से इनकार कर दिया। इसे देखते हुए अहमदाबाद मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक औपचारिक बैठक बुलाई है। उधर जामनगर जिले के खंभालिया, भाणवड, कच्छ जिले के भुज, गांधीधाम में भी राजपूत समाज के लोगों ने टायर जलाकर रोड पर चक्काजाम किया।
राजपूतों के विरोध को देखते हुए गुजरात के पुलिस महानिदेशक ने राज्य के सभी जिला पुलिस अधीक्षकों और शहर के पुलिस कमिश्नरों को फिल्म की २५ जनवरी को प्रस्तावित रिलीज के दिन मल्टीप्लेक्सों के बाहर व संवेदनशील इलाकों में गश्त व सुरक्षा करने के निर्देश दिए हैं। जहां एसटी बसें रात्रि में रुकती हैं वहीं भी व्यवस्था करने को कहा है।
अहमदाबाद के जोन सात के पुलिस उपायुक्त आर.जे.पारगी ने संवाददाताओं को बताया कि मल्टीप्लेक्स संचालकों को पुलिस हर प्रकार की सुरक्षा देने के लिए तैयार है। छह जिलों में रिलीज से पीछे हटे संचालक
अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि अहमदाबाद, महेसाणा, वडोदरा, भावनगर, मोरबी, कच्छ जिले में मल्टीप्लेक्स के मालिकों ने राजपूतों के विरोध को देखते हुए इस फिल्म को रिलीज करने से इनकार कर दिया है।
अपुष्ट सूत्र बताते हैं कि अहमदाबाद, महेसाणा, वडोदरा, भावनगर, मोरबी, कच्छ जिले में मल्टीप्लेक्स के मालिकों ने राजपूतों के विरोध को देखते हुए इस फिल्म को रिलीज करने से इनकार कर दिया है।
अहमदाबाद के साथ साथ गुजरात मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनूभाई पटेल बताते हैं कि एसोसिएशन की अभी कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है, जिसमें गुजरात के पांच जिलों में फिल्म को रिलीज नहीं करने का निर्णय हुआ हो। वह बताते हैं कि उन्होंने खुद अपने व्यक्तिगत सिनेमाघर में फिल्म को सुरक्षा कारणों के चलते रिलीज नहीं करने का निर्णय किया है।
पुलिस तो सुरक्षा देने के लिए तैयार है, लेकिन वह सिर्फ सिनेमाघर के बाहर सुरक्षा देगी, लेकिन यदि कोई टिकट लेकर अंदर जाकर तोडफ़ोड़ करता है तो अन्य दर्शकों की सुरक्षा और नुकसान का जिम्मा कौन उठाएगा। ऐसे में हम चिंतित हैं। इसलिए ज्यादातर संचालक इसे रिलीज नहीं करने का व्यक्तिगत मंतव्य रखते हैं। रविवार को अहमदाबाद के एसोसिएशन की बैठक बुलाई है।