नदियों पर पुलों का हो रहा निर्माण उन्होंने कहा कि अब तक 61 किलोमीटर से अधिक में पीयर्स का निर्माण किया जा चुका है। साथ ही 160/170 किमी के स्ट्रेच पर एक साथ काम किया जा रहा है। हर माह नदियों पर पुलों समेत 10 से 12 किलोमीटर से अधिक के पीयर्स का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कास्टिंग के लिए इनर केसिंग कास्टिंग में तकनीकी जानकारी के विस्तृत अध्ययन के लिए उन्हें विदेश से खरीदा गया था, लेकिन अब रेलवे ने इसकी बेहतर एवं उन्नत तकनीक ही विकसित कर ली है जिसका उपयोग सूरत में किया जा रहा है।
एक लाख से अधिक रोजगार मिले उन्होंने कहा कि इस परियोजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं और 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं। भारतीय रेलवे प्रधानमंत्री के पूंजी निवेश आधारित ग्रोथ स्ट्रेटेजी के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है। स्टेशन पुनर्विकास कार्य, वंदे भारत ट्रेन, बुलेट ट्रेन और कवच प्रौद्योगिकी जैसी विभिन्न ऐतिहासिक पहल हमारे यात्रियों को उन्नत सेवाएं प्रदान करने और भारतीय रेल को विश्व स्तरीय रेलवे में बदलने के लिए शुरू की जा रही हैं।
इससे पूर्व वैष्णव ने सूरत और नवसारी स्थित कास्टिंग यार्ड का भी दौरा किया और लॉन्चिंग गैन्ट्री का उपयोग करके पियर्स पर फुल स्पैन बॉक्स गर्डर के सेगमेंटल लिफ्टिंग के लॉन्चिंग का निरीक्षण किया। उनके साथ रेल और कपड़ा राज्य मंत्री दर्शन जरदोश तथा पश्चिम रेलवे और नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी भी थे।