उन्होंने कहा कि रासायनिक कृषि के दुष्परिणाम से बचने, जल, जमीन और पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोकने और देश गाय का पालन और संरक्षण से तथा स्वास्थ्य आहार के लिए प्राकृतिक कृषि ही एकमात्र श्रेष्ठ उपाय है। इस कृषि पद्धति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आवक दोगुना करने का सपना साकार किया जा सकेगा। इसके अलावा रासायनिक खाद और जंतुनाशकों पर होनेवाला करोड़ों का खर्च भी बचाए जा सकेगा।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले वर्ष एक लाख से ज्यादा किसानों से देशी गाय का पालन और प्राकृतिक कृषि अपनाकर योजना का लाभ लिया। इस वर्ष और एक लाख किसानों को इस अभियान से जोडऩा का राज्य सरकार ने संकल्प किया है।
संवाद बैठक में डांग जिले को राज्य का प्रथम ‘सम्पूर्ण प्राकृतिक कृषि सम्पन्नÓ जिला घोषित करने के लिए विचार-विमर्श किया गया। बैठक में कृषि सचिव मनीष भारद्वाज समेत कई वरिष्ठ अधिकारी, कृषि यूनिवर्सिटी के शोध निदेशक और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले वर्ष एक लाख से ज्यादा किसानों से देशी गाय का पालन और प्राकृतिक कृषि अपनाकर योजना का लाभ लिया। इस वर्ष और एक लाख किसानों को इस अभियान से जोडऩा का राज्य सरकार ने संकल्प किया है।
संवाद बैठक में डांग जिले को राज्य का प्रथम ‘सम्पूर्ण प्राकृतिक कृषि सम्पन्नÓ जिला घोषित करने के लिए विचार-विमर्श किया गया। बैठक में कृषि सचिव मनीष भारद्वाज समेत कई वरिष्ठ अधिकारी, कृषि यूनिवर्सिटी के शोध निदेशक और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।