गांधी ने बताया कि इन दोनों केस के अलावा बीते नौ महीनों में देशभर में करीब 11 से 12 लोग पकड़े गए हैं, सभी की पूछताछ में कोकिन का मुख्य सप्लायर जॉन होने का खुलासा हुआ।यह आरोपी दक्षिण अमरीका में रहने वाले अपने साथियों के साथ मिलकर सस्ते में कोकिन खरीदता और फिर उसे युवतियों व अन्य युवकों के माध्यम से दिल्ली या मुंबई मंगवाता। हाल ही में मुंबई में पकड़ी गईं बोलीविया की तीन युवतियों के पास से मिले कोकिन को इसी ने मंगवाया था।
गांधी ने बताया कि नाइजीरियन लोगों की तुलना में इसका रंग काफी साफ है, जिससे इसे दिल्ली में लोग रामवीर के नाम से भी पुकारते हंै। यह काफी शातिर है। गिरफ्त से बचने के लिए कभी खुद सप्लाई नहीं करता था। ना ही असली नाम बताता था। यह एक दो नहीं, बल्कि चार लेयर में हैंडलर्स की मदद से ही सप्लाई करता था। ताकि एक या तो पकड़े जाएं तो भी इसका नाम ना खुले। मणिपुर व अन्य राज्यों की काफी युवतियां भी इसके चंगुल में फंसी हंै।