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‘सामूहिक विवाह सम्मेलन समय की जरूरत’

locationअहमदाबादPublished: May 27, 2019 10:50:24 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

गुजरात सेनवा-रावत विकास संघ का सामूहिक विवाहोत्सव

rupani

‘सामूहिक विवाह सम्मेलन समय की जरूरत’

गांधीनगर. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन वर्तमान की आवश्यकता है। ऐसे सम्मेलनों से समाज के आर्थिक रूप से सक्षम ना हों, वे परिवार भी अपने बेटे-बेटियों के विवाह धामधूम से कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सोमवार को गांधीनगर में गुजरात सेनवा रावत विकास संघ आयोजित 18 वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया।
उन्होंने कहा कि विवाह सिर्फ पति-पत्नी का मिलन ही नहीं बल्कि दो परिवारों का भी मिलन है। पति-पत्नी दोनों को एकदूसरे के माता- पिता और परिजनों का सम्मान करना चाहिए। सामूहिक विवाहोत्सव से समाज की एकता और एकदूसरे के प्रति बेहतर भावना समाज में फैलती है। आर्थिक तंगी वाले परिवार भी अपनी बेटियों का विवाह समाज के समक्ष उत्साहपूर्ण ढंग से कर सकते हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग की ओर से राज्य सरकार की ‘कुंवरबाई नु मामेरुंÓ योजना के अंतर्गत प्रत्येक दम्पत्ति को दो हजार रुपए की सहायता प्रदान की।
सेनवा- रावत समाज के 25 नवदम्पत्तियों को सुखी वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं देते रूपाणी ने कहा कि सुखी वैवाहिक जीवन के लिए पति-पत्नी में कुछ बातों को नजरअंदाज कर चलना आवश्यक है। इस भावना से ही संयुक्त परिवार में भी नवदम्पत्ति सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सात फेरों का अर्थ भी अपने लहजे में समझाया। गुजरात सेनवा-रावत समाज के महानुभावों ने अपने विचार रखे साथ ही सेनवा- रावत विकास संघ के प्रमुख और पूर्व संसदीय सचिव पूनमभाई मकवाणा ने भी सम्बोधन किया।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ईश्वरभाई परमार, राज्यसभा सांसद शम्भुप्रसाद टुंडिया, शम्भुजी ठाकोर, गांधीनगर महानगरपालिका की मेयर रीटाबेन पटेल, पूर्व मंत्री आईके जाडेजा, कैथल मेलडीधाम के रमणमाडी सहित दोनों समाजों के लोग भी उपस्थित थे।
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