SOU Campus News तीन महीने पहले दिया था दो शावकों को जन्म एशियाई शेरों की शरणस्थली गुजरात के गिर के जंगल को माना जाता है। लेकिन केवडिया में मानव निर्मित मिनी जंगल (एकतानगर) में शेर ‘सुलेह ’ व शेरनी ‘श्रद्धा’ के सफल प्रजनन के माध्यम से शेरनी श्रद्धा ने तीन महीने पहले दो शावकों को जन्म दिया। इसके साथ ही एकतानगर में गिर जंगल और सक्करबाग जू के इतर शावकों को जन्म देने की घटना सामने आई। ‘जंगल-जंगल पता चला है, श्रद्धा के घर झूला बंधा है’ के उल्लास का वातावरण एकतानगर में बना था।
SOU Campus News पशुपालक और चिकित्सक कर रहे उनकी देखभाल शावकों की देखभाल पशुपालक और चिकित्सकों की विशेषज्ञ टीम ने की। केंद्रीय चिडियाघर प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार दोनों शावकों - सिम्बा और रेवा को सोमवार को जंगल सफारी (एकतानगर) में एक विशाल पिंजरे में छोड़ दिया गया है। अब यह शावक पहली बार पिंजरे के घर में पापा पगली करते दिखाई देने लगे हैं। इसके साथ ही दोनों शावकों के विचरण से पिंजरे समेत समग्र जंगल सफारी का वातावरण जीवंत हो गया।
SOU Campus News गुप्ता ने ट्विट कर जताई खुशी, स्टाफकर्मी भी खुश जंगल सफारी के कार्यकर्ता हमेशा पशु-पक्षियों के साथ पूरे वात्सल्य, चाहत और गर्मजोशी के साथ व्यवहार करते हैं। दोनों शावकों को पिंजरे में छोडऩे के साथ ही पशुपालकों समेत जंगल सफारी के स्टाफ के चेहरे खुशी से खिल उठे। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एरिया डेवलपमेंट एंड टूरिज्म गवर्नेंस अथॉरिटी के चेयरमैन डॉ. राजीव कुमार गुप्ता ने शावकों के एकता नगर के निवासी बनने पर ट्विट कर खुशी जताई है।