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मतदाताओं को रिझाने के लिए चुनाव प्रचार का नया फंडा

locationअहमदाबादPublished: Feb 14, 2019 10:28:02 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

‘आमंत्रण पत्रिका, साडिय़ों पर वोट देने की अपील’

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मतदाताओं को रिझाने के लिए चुनाव प्रचार का नया फंडा

अहमदाबाद. लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही मतदाताओं को रिझाने के लिए अलग-अलग फंडा आजमाए जा रहे हैं। राजनीतिक दल सोशल मीडिया पर तो चुनाव प्रचार करते ही हैं और समाज के जरिए भी चुनाव प्रचार का तरीका अपनाया जा रहा है। अब भाजपा समर्थकों की बात की जाए तो ऐसे लोग जो अपने बच्चों की शादियों के आमंत्रण कार्ड छपवा रहे हैं उनमें ‘वर्ष 2019 में मोदीजी को आपका वोट वहीं आपका उपहारÓ, ‘बिटिया को आशीर्वाद स्वरूप वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आपका वोट देश हित में नरेन्द्र मोदी के पक्ष ही देंÓ जैसे स्लोगन लिखवा रहे हैं। भावनगर के एक परिवार ने अपने पुत्र और पुत्री की आमंत्रण पत्रिका पर ‘वर्ष 2019 में मोदीजी को वोट ही आपका उपहारÓ स्लोगन लिखा है। साथ ही ‘राष्ट्र रक्षा परमो धर्म आहिर रेजिमेन्ट हक है हमाराÓ स्लोगन के जरिए समाज के लिए हक मांगने की कोशिश की है। भावनगर निवासी गंभीरसिंह ने बताया कि वे भाजपा के समर्थक हैं। पांच सौ कार्ड छपवाए हैं। करीब दस हजार लोगो तक यह आमंत्रण कार्ड पहुंचे। वहीं सूरत के कपड़ा बाजार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेम की झलक नजर आ रही। सूरत के कपड़ा व्यापारियों का नरेन्द्र मोदी प्रेम गुजरात विधानसभा में भी झलका था। वही रंग अब लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले नजर आने लगा है। कपड़ा बाजार से देशभर में पहुंचने वाले पार्सल के पैकिंग रोल पट्टी पर वोट फॉर मोदीजी मिशन 2019 छापा गया है तो कई उत्साही मोदी समर्थक व्यापारियों ने चालान बुक पर भी मोदी की तस्वीर छाप दी है।
सात साल पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के समर्थन में साड़ी पैकिंग बॉक्स पर मोदी के फोटो छापे गए थे। उसके बाद वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में सूरत में बनी साडिय़ों पर भी मोदी की तस्वीर लहराई थी। वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद कपड़ा व्यापारियों ने दो हजार के गुलाबी नोट वाली साडिय़ां छापकर देशभर में पहुंचाई थीं। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी कपड़ा बाजार में इसी तरह की तैयारियां होने लगी हैं। फिलहाल कपड़ा व्यापारियों के यहां तैयार माल के पार्सल की पैकिंग रोल पट्टी पर वोट फॉर मोदीजी मिशन 2019 छपा नजर आ रहा है। कई कपड़ा व्यापारियों ने चालान बुक के पन्नों पर मोदी की फोटो छपवाई है।
साड़ी उद्योग से लाखों लोग जुड़े :
चूंकि सूरत की साडिय़ां देशभर में लोकप्रिय हैं, इसलिए समय-समय पर इनका इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए भी होता रहा है। सूरत के 40 हजार करोड़ के साड़ी उद्योग से बिहार के करीब पांच लाख लोग जुड़े हुए हैं। वर्ष 2015 में बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने वहां की महिला मतदाताओं तक पहुंचने के लिए सूरत की साडिय़ों को जरिया बनाया था। उस समय बिहार चुनाव के लिए भाजपा के सह प्रभारी रहे नवसारी सांसद सी.आर. पटिल का मानना था कि साडिय़ों के जरिए बिहार के उन पांच लाख परिवारों तक पहुंचा जा सकता है, जिनका कोई न कोई सदस्य सूरत की कपड़ा मिलों में काम करता है। बिहार में चुनाव प्रचार के लिए सूरत से पांच लाख साडिय़ां भेजी गई थीं। इन साडिय़ों के पैकेट्स पर नरेन्द्र मोदी की तस्वीर के साथ भाजपा का कमल और ‘सबका साथ-सबका विकासÓ नारा छापा गया था।
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