अमरेली कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं का धरना
अहमदाबाद. कांग्रेस ने सौराष्ट्र में एकजुट होकर विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन अब कांग्रेस के अमरेली गढ़ में ही बगावत के सुर उठने लगे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, सावरकुंडला के विधायक प्रताप दुधात और लाठी के विधायक वीरजी ठुम्मर के खिलाफ सावरकुंडला मार्केटिंग यार्ड के चेयरमैन और कांग्रेसी नेता दीपक मालाणी अमरेली के कई कार्यकर्ताओं के साथ शनिवार को ही एलिसब्रिज स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर धरना दिया। उन्होंने अमरेली जिला कांग्रेस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। दीपक मालाणी का आरोप है कि इन नेताओं ने सावरकुंडला एपीएमसी में भाजपा के पूर्व विधायक कालू विराणी को लाने के लिए धानाणी, धुधात और वीरजी ठुम्मर ने भाजपा का सहयोग दिया। एपीएमसी चुनाव में इन नेताओं ने उनको हराने का प्रयास किया है। चाहे प्रदेश कांग्रेस हो या जिला कांग्रेस कोई भी सुनवाई नहीं करते। उधर, गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं अपनी बात पार्टी के समक्ष रखने का हक है। दीपक मालाणी को भी पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए, लेकिन जो तरीका अपनाया है वह उचित नहीं है। उन्होंने पार्टी नियमों के खिलाफ जाकर धरना किया है, जो उचित नहीं है। उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। पार्टी उचित समय पर निर्णय करेगी।
अहमदाबाद. कांग्रेस ने सौराष्ट्र में एकजुट होकर विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन अब कांग्रेस के अमरेली गढ़ में ही बगावत के सुर उठने लगे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, सावरकुंडला के विधायक प्रताप दुधात और लाठी के विधायक वीरजी ठुम्मर के खिलाफ सावरकुंडला मार्केटिंग यार्ड के चेयरमैन और कांग्रेसी नेता दीपक मालाणी अमरेली के कई कार्यकर्ताओं के साथ शनिवार को ही एलिसब्रिज स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर धरना दिया। उन्होंने अमरेली जिला कांग्रेस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। दीपक मालाणी का आरोप है कि इन नेताओं ने सावरकुंडला एपीएमसी में भाजपा के पूर्व विधायक कालू विराणी को लाने के लिए धानाणी, धुधात और वीरजी ठुम्मर ने भाजपा का सहयोग दिया। एपीएमसी चुनाव में इन नेताओं ने उनको हराने का प्रयास किया है। चाहे प्रदेश कांग्रेस हो या जिला कांग्रेस कोई भी सुनवाई नहीं करते। उधर, गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं अपनी बात पार्टी के समक्ष रखने का हक है। दीपक मालाणी को भी पार्टी फोरम में अपनी बात रखनी चाहिए, लेकिन जो तरीका अपनाया है वह उचित नहीं है। उन्होंने पार्टी नियमों के खिलाफ जाकर धरना किया है, जो उचित नहीं है। उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। पार्टी उचित समय पर निर्णय करेगी।