महिला की आवाज सुनकर आसपास के कुछ लोग मौके पर पहुंच गए और मिट्टी हटा कर देखा तो इसके नीचे एक नवजात बालिका मिली। जीईबी के अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस नवजात को बाहर निकाला और 108 आपातकालीन सेवा की एंबुलेंस के माध्यम से हिम्मतनगर स्थित सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया।
इस संबंध में 108 आपातकालीन सेवा के सुपरवाइजर जैमिन पटेल ने बताया कि गांभोई गांव के जीईबी कार्यालय के समीप एक नवजात शिशु को जमीन के नीचे दबी हुई हालत में होने की सूचना उन्हें सुबह 10 बजे मिली। कॉल मिलते ही तत्काल टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। प्राथमिक जांच में पता चला कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। बीवीएम मशीन के माध्यम से उसे कृत्रिम श्वास दी गई। इस तरह से नवजात को नवजीवन मिला और तत्काल ईएमटी प्रकाश और चालक और अरखा तिरगरे ने उसे एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। पुलिस नवजात की माता का पता लगा रही है।