नेशनल फॉरेसिंक साइसेंज यूनिवर्सिटी में बनी विशेष लैंग्वेज लैब
NFSU, forensic lab, university, language lab, english, german: लैब में सॉफ्टवेयर से सीखी जा सकेंगी अंग्रेजी, जर्मन व फ्रेंच

गांधीनगर. नेशनल फॉरेसिंक साइसेंज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) -गांधीनगर में गुरुवार को लैंग्वेज लैब (भाषा प्रयोगशाला) प्रारंभ की गई है, जिसमें सॉफ्टवेयर के जरिए अंग्रेजी के अलावा जर्मन, फ्रेंच और मंदारिन (चीनी) भाषाओं को पढ़ाया जाएगा।
इस यूनिवर्सिटी में 1600 से अधिक छात्र अध्ययन करते हैं, जिसमें 200 से अधिक छात्र विदेश से आते हैं। ऐसी प्रयोगशाला उनके अंग्रेजी भाषा कौशल विकसित करने के साथ-साथ यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी माध्यम के पाठ्यक्रमों के अनुकूल होने के लिए उपयोगी होगी। अंग्रेजी के अलावा एक या दो विदेशी भाषाओं का ज्ञान छात्रों के लिए वैश्वीकरण की धारा में मददगार होगा।
इस अवसर पर नेशनल फॉरेसिंक साइसेंस यूनिवर्सिटी- गांधीनगर के कुलपति डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि इस यूनिवर्सिटी की यह पहली और विशिष्ट भाषा प्रयोगसाला छात्रों की प्रगति के लिए वैश्विक रुझाने के साथ तालमेल बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगी। ऐसे में जब सूचना तकनीक, ऑटोमोबाइल, जीवन विज्ञान समेत क्षेत्रों में कार्यरत कम्पनियां तथा आउटसोर्सिंग कम्पनियां एक से अधिक विदेशी भाषा जानने वालों को वरीयता दे रही हैं तब एक ही स्थान पर कई भाषाओं के सीखने का अवसर इस भाषा प्रयोगशाला में उपलब्ध होगा। साथ ही यह छात्रों के विकास में सहायक होगा।
डॉ. व्यास ने कहा कि ज्ञान की कोई सीमा नहीं है। एक अच्छा विशेषज्ञ बनने के लिए फॉरेसिंक के साथ-साथ नए ज्ञान प्राप्त करना होगा। इस लैंग्वेज लैब से जिन विदेशी छात्रों को अंग्रेजी सीखनी है वे यहां अंग्रेजी सीख सकेंगे। जबकि भारतीय छात्र एक या अधिक विदेशी भाषा सीख सकेंगे। छात्रों को इस भाषा प्रयोगशाला से सर्वश्रेष्ठ संचार कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।
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