प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने नहीं पूछे कोई सवाल
अहमदाबादPublished: Mar 15, 2018 06:18:55 pm
विपक्षी विधायकों का अनोखा मौन विरोध
तीन कांग्रेसी विधायकों के निलंबन का मामला
गांधीनगर. तीन साथी विधायकों के निलंबन को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने गुरुवार को विधानसभा में अनोखा मौन विरोध जताया। प्रश्नकाल के दौरान सत्ता पक्ष व विपक्षी दलों के विधायक मौजूद थे, लेकिन पहले प्रश्न से लेकर बारहवें प्रश्न तक के प्रश्न काल के एक घंटे के निर्धारित समय में किसी भी कांग्रेस विधायक ने न तो अपने कोई सवाल पूछे और न ही किसी अन्य सवाल से जुड़ा पूरक सवाल पूछा।
गुरुवार को पहले सवाल में 19 मिनट बीते जिसमें भाजपा के ही विधायकों ने सभी सवाल पूछे। इसके बाद तारांकित प्रश्नों की सूची में दूसरे क्रम पर मांडवी से विधायक आनंद कुमार चौधरी, चौथे क्रम पर दाहोद से विधायक वजे सिंह पणदा, तीसरे क्रम पर कपड़वंज से विधायक काळाभाई डाभी तथा दसवें क्रम पर तळाजा से विधायक कनूभाई बारैया ने कोई सवाल नहीं पूछा। कांग्रेस के ये चारों विधायक सदन में मौजूद थे। सदन में विरोध का ऐसा तरीका अनोखा था।
गुजरात विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के बाद सवाल नहीं पूछे दिए जाने की घटना को लेकर कांग्रेस व भाजपा विधायकों के बीच मार-पीट व लात घूंसे चलने की निंदनीय घटना घटी थी।
इस घटना को लेकर विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने कांग्रेस के सावरकुंडला से विधायक प्रताप दूधात व राजुला के विधायक अमरीश डेर को तीन वर्षों के लिए निलंबित कर दिया वहीं कलोल से एक अन्य कांग्रेसी विधायक बलदेव ठाकोर को एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। इन निलंबित विधायकों को विधानसभा गृह व परिसर के भीतर प्रवेश से भी मना कर दिया गया है। कांग्रेस विधायकों के निलंबन के विरोध में बाद में कांग्रेसी विधायकों ने वॉक आउट भी किया था। विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने कांग्रेस के विधायकों के निलंबन पर कहा कि यदि उनकी पार्टी के सदस्यों-प्रताप दूधात व अमरीश डेर-को निलंबित किया गया तो भाजपा के विधायकों-जगदीश पंचाल व हर्ष संघवी-को क्यों निलंबित नहीं किया गया।