ईद-ए-मिलादुन्नबी पर पहली बार जुलूस नहीं
अहमदाबादPublished: Oct 31, 2020 12:12:50 am
कोरोना महामारी के कारण सादगी से मनाया
आणंद के खाटकीवाड क्षेत्र में ईद-ए-मिलादुन्नबी के पर्व पर न्याज का वितरण करते हुए।
आणंद. कोरोना महामारी के कारण पहली बार मुस्लिम समाज की ओर से हजरत पैगंबर मोहम्मद का जन्म दिवस ईद-ए-मिलादुन्नबी पर जुलूस नहीं निकालकर शुक्रवार को सादगी के साथ मनाया गया।
सूत्रों के अनुसार आणंद शहर में इस वर्ष ईद-ए-मिलादुन्नबी पर जुलूस को 25 वर्ष पूरे होने थे, रजत जयंती मनाई जानी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप आणंद शहर सेंट्रल ईदे मिलाद कमेटी की ओर से जुलूस नहीं निकालने का निर्णय किया गया।
समिति की ओर से भव्य आयोजन के बजाय पहली बार सादगी से ईद-ए-मिलादुन्नबी मनाने की अपील की गई। हालांकि इस पर्व पर शहर में अनेक स्थानों पर बच्चों ने परचम लहराकर पर्व का आयोजन किया। खाटकीवाड, भालेज रोड की विविध सोसायटियों में न्याज (प्रसादी) का वितरण किया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने सवेरे कुरआन का पठनकर अल्लाह की इबादत कर पर्व मनाया।
जिले के बोरसद, खंभात, पेटलाद, तारापुर, सोजित्रा, आंकलाव, उमरेठ, नापा तलपद, नापा वांटा, बाकरोल सहित छोटे-बड़े गांवों में भी जुलूस नहीं निकाले गए। भालेज रोड स्थित नवी मेमण कॉलोनी में शुक्रवार शाम को हजरत मोहम्मद पैगम्बर के बाल मुबारक की जियारत की गई। अशरफी मेमण वेलफेर ट्रस्ट की ओर से ईद-ए-मिलादुन्नबी पर उपहार भी वितरित किए गए।