सरकारी-मनपा अस्पतालों में भी कम हुए कोरोना मरीज
यही हालत अब सरकारी और मनपा संचालित अस्पतालों में है। शारदाबेन और वीएस अस्पताल में अब कोरोना का कोई मरीज नहीं है। जिससे अब इन दोनों अस्पतालों में कोरोना का उपचार बंद कर दिया है। एसवीपी और एल.जी अस्पताल में नॉन कोविड मरीजों का भी उपचार शुरू कर दिया गया है। इन दोनों अस्पतालों में कोरोना के उपचार वाले बेड की संख्या कम कर दी गई है। उधर सिविल मेडिसिटी संचालित कोविड हॉस्पिटल्स में भी मरीजों की संख्या बहुत कम रह गई है। सिविल अस्पताल के 1200 बेड अस्पताल में 140 के आसपास कोरोना के मरीज रह गए हैं। मंजूश्री मिल परिसर स्थित नवनिर्मित किडनी अस्पताल को भी कोरोना मरीजों से मुक्त कर दिया गया है।
यही हालत अब सरकारी और मनपा संचालित अस्पतालों में है। शारदाबेन और वीएस अस्पताल में अब कोरोना का कोई मरीज नहीं है। जिससे अब इन दोनों अस्पतालों में कोरोना का उपचार बंद कर दिया है। एसवीपी और एल.जी अस्पताल में नॉन कोविड मरीजों का भी उपचार शुरू कर दिया गया है। इन दोनों अस्पतालों में कोरोना के उपचार वाले बेड की संख्या कम कर दी गई है। उधर सिविल मेडिसिटी संचालित कोविड हॉस्पिटल्स में भी मरीजों की संख्या बहुत कम रह गई है। सिविल अस्पताल के 1200 बेड अस्पताल में 140 के आसपास कोरोना के मरीज रह गए हैं। मंजूश्री मिल परिसर स्थित नवनिर्मित किडनी अस्पताल को भी कोरोना मरीजों से मुक्त कर दिया गया है।