अब ‘एड’ देखो और कमाओ
अहमदाबादPublished: Jun 05, 2019 10:08:28 pm
राजस्थानी युवाओं का विचार, सरकार को भी भाया, कंपनी बनाकर शुरूआत करने को दिए दो लाख
अहमदाबाद. सोशल मीडिया पर दिन और रात सक्रिय रहने वाले युवाओं को रुचिकर न्यू पढऩे के दौरान एवं वीडियो देखते समय अक्सर अचानक से आने वाले विज्ञापनों (एड) से परेशानी होती होगी। वह उसे बिना देखे ही हटा भी देते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन जल्द ही युवा यह भी कहना शुरू कर सकते हैं कि ये ‘एड’ भी अच्छे हंै। क्योंकि युवाओं को जल्द एड देखकर भी कमाने का मौका मिल सकता है।
इसे संभव बनाने में जुटे हैं राजस्थान के डूंगरपुर जिले की मूल निवासी एवं हाल अहमदाबाद के शाहीबाग इलाके में रहने वालीं चैनी मित्तल और भीलवाड़ा जिले के लाखोला गांव के मूल निवासी धवल असावा।
इन दोनों युवाओं का विचार गुजरात सरकार और गुजरात इनोवेशन काउंसिल को भी काफी भाया है, जिससे इन दोनों को इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए दो लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी है। साथ ही फिलहाल बैठकर कामकाज करने के लिए जगह भी उपलब्ध कराई है।
चैनी एल.डी.इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर में बीई कर रही हैं। फाइनल ईयर में हैं, जबकि धवल भी जीएलएस यूनिवर्सिटी से एलएलबी के फाइनल ईयर में हैं। दोनों ही ‘एड शी’ नाम से एक मोबाइल एप्लीकेशन बना रहे हैं।
चैनी बताती हैं कि जल्द उनकी एप जारी हो जाएगी। इस एप से न सिर्फ युवाओं को ईमानदारी से एड देखने पर कमाने का मौका मिलेगा बल्कि उनके एप से जुडऩे वाले स्थानीय व्यापारियों, कंपनियों को भी ईमानदार दर्शक मिलेंगे, जिन्होने शतप्रतिशत एड देखा होगा। यह ग्राहक और व्यापारी दोनों ही के लिए फायदेमंद होगा। क्योंकि रिवार्ड देने से पहले युवाओं से प्रश्न भी पूछा जाएगा जिसका जवाब एड में ही छिपा होगा।
चैनी बताती हैं कि उनका एप अभी बाजार में नहीं आया है, उससे पहले ही स्थानीय स्तर के खानपान और कपड़े के ४० व्यापारी उनसे जुड़ गए हैं। उनके एप की विशेषता होगी कि इसमें शहर के छोटे व्यापारियों को प्राथमिकता दी गई है।
फिलहाल कैफे और कपड़ों के व्यापारियों को लिया है। चूंकि उनका मुख्य ध्यान कॉलेज जाने वाले युवाओं पर है, जिससे युवा इन विज्ञापनों के जरिए अपनी पॉकेट मनी जितना डिस्काउंट कूपन व रिवॉड्र्स हर महीने पा सकेंगे।