अहमदाबाद

बबूल, सहजन के पाउडर से शुद्ध हो रहा कपड़ा मिल का प्रदूषित पानी

जीटीयू जोनल टेकफेस्ट में दिखी विद्यार्थियों की प्रतिभा

अहमदाबादMar 14, 2019 / 10:42 pm

nagendra singh rathore

बबूल, सहजन के पाउडर से शुद्ध हो रहा कपड़ा मिल का प्रदूषित पानी

अहमदाबाद. कपड़ा मिल से निकलने वाले प्रदूषित पानी को कैमिकल की जगह बबूल, सहजन, इमली और सेमफली के बीज के पाउडर से शुद्ध करके पुन: उपयोग में लाने में साल इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच के विद्यार्थियों ने सफलता पाई है। इतना ही नहीं विद्यार्थियों के इस प्रोजेक्ट को शहर की सोमा टेक्सटाइल मिल ने अपनाया भी लिया है। क्योंकि इससे आधी कीमत में प्रदूषित पानी न सिर्फ शुद्ध हो रहा है बल्कि उसे उपयोग में भी लिया जा रहा है।
गुरुवार से साल इंजीनियरिंग कॉलेज में शुरू हुए जीटीयू के अहमदाबाद-गांधीनगर के दो दिवसीय जोनल टेकफेस्ट में विद्यार्थियों ने इस प्रोजेक्ट को प्रदर्शित किया है। बीई फाइनल ईयर के छात्र नीरज प्रजापति, खुशाली चिखलिया, हार्दिक बारोट, अंकुर पांडे और ऋत्विक पटेल ने एक साल की मेहनत के बाद इसे एसोसिएट प्रोफेसर कृपा इंजीनियर के मार्गदर्शन में तैयार किया है। कृपा इंजीनियर बताती हैं कि इसके जरिए सोमा टेक्सटाइल के प्रति दिन निकलने वाले ५७ किलो लीटर प्रदूषित पानी को शुद्ध करने में लगने वाली लागत को आधा कर दिया गया है। इतना ही नहीं पहले शुद्ध करने के बाद पानी को सीवरेज में डाल दिया जाता था। अब ५० प्रतिशत से भी ज्यादा पानी फिर से उपयोग में लिया जा रहा है। बबूल, सहजन के पाउडर, इमली के बीज और सेमफली के बीज के पाउडर की मदद से प्रदूषित जल को शुद्ध किया है। यह प्राकृति संशाधनों के उपयोग से किया जा रहा है,जिसके चलते निकलने वाले कचरे का खाद में भी उपयोग हो सकता है।
जीटीयू कुलपति प्रो.नवीन शेठ, साल एजूकेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र शाह, गुजरात के फूड एंड ड्रग विभाग के कमिश्नर एच.जी.कोशिया ने इस टेकफेस्ट का शुभारंभ किया। इसमें अहमदाबाद, गांधीनगर के सौ से ज्यादा कॉलेज के दो हजार विद्यार्थियों की टीमें शिरकत कर रही हैं।
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