पुलिस के अनुसार एबीवीपी छात्रनेता एवं भवन्स कॉलेज के छात्र प्रतीक मिस्त्री उनके मित्र हर्ष का जन्मदिन होने से उसकी पार्टी कर मेमनगर से माणेकचौक जा रहे थे। शाहपुर दरवाजा रहने वाले प्रतीक शुक्रवार रात माणेकचौक जाते समय भवन्स कॉलेज वाले रास्ते से होकर निकले। रात को उन्हें कॉलेज का गेट खुला दिखा तो वो और उनका मित्र दिव्यपाल सोलंकी व अन्य अंदर गए। वहां एनएसयूआई के छात्रनेता फरहान खान पठान, अरबाजखान पठान और भाविन कोहले तीनों ही भवन्स कॉलेज की दीवार पर लिखे ‘एबीवीपी ‘ को मिटा रहे थे। प्रतीक के मित्र ईशान परमार ने उनसे पूछा तो कहासुनी और मारपीट हुई। ईशान को छुड़ाने के लिए जाने पर फरहान खान ने चाकू से प्रतीक के चेहरे और एड़ी पर वार कर दिया। सोने की माला तोड़ ली। प्रतीक के मित्र दिव्यकांत सोलंकी को भाविन कोहले ने पकड़े रखा और अरबाज खान ने कान से गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान प्रतीक के अन्य मित्र भी कॉलेज में आ जाने के चलते तीनों आरोपी फरार हो गए। प्रतीक और दिव्यकांत को वी.एस.अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं एनएसयूआई के शहर अध्यक्ष आसिफ पवार का कहना था कि शनिवार को भवन्स कॉलेज में एनएसयूआई की नई कारोबारी समिति बनने वाली थी। रात को कॉलेज में स्टेज व झंडे लगाए जा रहे थे। एनएसयूआई से विद्यार्थी नहीं जुड़ें इसलिए एबीवीपी के छात्रनेता देर रात वहां पहुंच गए और झगड़े की शुरुआत की गई।