एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष महिपाल सिंह गढवी ने कहा कि छात्रनेताओं ने इसलिए पकोड़े बेचे क्योंकि गुजरात में शिक्षा महंगी हो रही है। ऊंची राशि खर्च करके पढ़ाई करने के बाद भी युवाओं को बेहतर रोजगार नहीं मिल पा रहा है। उन्हें भटकना पड़ रहा है।
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘पकोड़े बेचने को स्वरोजगार’ बता रहे हैं। उनका यह बयान बेरोजगार युवाओं के लिए मजाक के समान होने का आरोप लगाते हुए गढवी ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार दिलाने में विफल हुई है। ऊपर से ऐसे ऊट पटांग बयान देकर उनका मजाक उठा रही है। छात्र संगठन एनएसयूआई उनके इस बयान की निंदा करता है। इसका विरोध करता है। इसके लिए यहां पकोड़े बेच रहे हैं। छात्र नेताओं ने ‘युवाओं की एक पुकार रोजगार रोजगार’ के नारे भी लगाए।
छात्रनेता का कहना था कि सरकार को युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कारगर कदम उठाने की जरूरत है ना कि बिना सिरपैर की बातें करके उनका मजाक उड़ाने की। भाजपा ने सरकार बनने पर युवाओं को बेहतर और पर्याप्त रोजगार मुहैया कराने का वादा किया था, लेकिन आज वह उसे पूरी नहीं कर पा रही है। ऐसे में खुद की वाहवाही करने के लिए वह पकोड़े बेचने तक को स्वरोजगार बता रहे हैं।
एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता सुब्हान सैयद ने बताया कि इस प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई के प्रदेश प्रभारी लोकेश, ऑल इंडिया कॉ-ऑडिनेटर सिद्धराज सिंह चौहान, नेशनल डेलिगेट कपिल औडिच, महामंत्री भाविक सोलंकी, प्रदेश मंत्री करण अरोरा, रणजीत ठाकोर सहित शहर के कई छात्रनेता उपस्थित रहे।