अहमदाबाद

रोजा के दौरान पीपीई किट में घंटों मरीजों की सेवा करती हैं नर्स जेबाबेन

साढ़े तीन वर्ष की बेटी और कैंसर ग्रस्त मां को छोड़कर अस्पताल में देती हैं ड्यूटी

अहमदाबादMay 13, 2021 / 11:14 pm

Omprakash Sharma

रोजा के दौरान पीपीई किट में घंटों मरीजों की सेवा करती हैं नर्स जेबाबेन

अहमदाबाद. कोराना के दौरान मानवीय सेवा के उदाहरण आए दिन सामने आ रही हैं। इन्हीं में से एक है अहमदाबाद सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स जेबाबेन चोखावाला। जेबाबेन रोजा के दौरान भी अस्पताल में पीपीई किट पहनकर मरीजों की सेवा करती रहती हैं जो काफी कठिन है। साढ़े तीन वर्ष की बेटी और कैंसर ग्रस्त अपनी मां को छोड़कर यह महिला अपना दायित्व पूरा कर रही है।
पिछले करीब एक माह से चल रहे पवित्र रमजान माह में हर दिन रोजा रखने वाली जेबाबेन चोखावला को मरीजों के बीच भी रहना होता । ऐसे में वे कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए पीपीई किट में रहकर मरीजों की सेवा करती हैं, बिना खाना खाए और पानी पिए पीपीई किट में रहना काफी मुश्किल काम भी है। अस्पताल में स्टाफ नर्स के रूप में सेवा दे रहीं जेबाबेन बताती हैं कि पवित्र रमजान माह में किसी तरह का आलस किए बिना वह अपनी ड्यूटी के साथ-साथ मानवीय धर्म निभा रहीं हैं।
उनकी साढ़े तीन वर्ष की बेटी है और मां कैंसर ग्रस्त है। इसेक बावजूद वे प्रतिदिन अस्पताल में आकर मरीजों की सेवा करती हैं। सिविल अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर में कार्यरत जेबाबेन का कहना है कि उनके पति व्यवसाय के कारण अन्य जगह हैं। ऐसे में माता-और बेटी के बीच भी वह नहीं रह पाती हैं। वे अपनों से ज्यादा मरीजों को प्राथमिकता दे रही हैं।
तीस वर्षीय जेबाबेन का कहना है कि इमरजेंसी में जब मरीज ऑपरेशन थिएटर में आता है तो वे कोरोना के संक्रमण लगने के डर को भी कभी कभी भूल जाती हैं। ऐसे में अपने कार्य में लग जाती हैं।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.