ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी प्राथमिक सुविधाओं का अभाव
2013 में अरवल्ली जिले का गठन होने के बाद से अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक सुविधाओं का अभाव है। मोडासा तहसील के अणदापुर गांव में 29 मार्च को प्रसव पीड़ा के बाद महिला को 108 आपातकालीन सेवा की एंबुलेंस तक पहुंचने के लिए ढाई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। संयोग से यह महिला प्रसव वेदना के बावजूद गांव की ही दो अन्य महिलाओं के साथ कच्चे रास्ते से पैदल चलती हुई अणदापुर प्राथमिक विद्यालय तक पहुंची। बाद में 108 आपातकालीन सेवा की एंबुलेंस में बिठाकर उसे अस्पताल पहुंचाया गया था। अणदापुर प्राथमिक विद्यालय तक सड़क है। सड़क से गांवों की दूरी करीब दो-ढाई किलोमीटर है। वहां तक वाहन की सुविधा नहीं
है। अणदापुर गांव में भी विद्यालय तक वाहन की सुविधा उपलब्ध है।
नहीं की थी सुनवाई
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्कूल से अन्य गांव तक पक्की सड़क बनाने के लिए अधिकारियों से कई बार अपील की गई, इसके बावजूद अधिकारियों की ओर से सुनवाई नहीं की गई थी। आसपास के ग्रामीणों को किसी भी आपदा के समय उपचार के लिए अस्पताल ले जाना है तो गांव तक एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है।