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एसटी वर्कशॉप में लौटी रौनक

locationअहमदाबादPublished: Dec 13, 2018 10:20:48 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

 अगले वर्ष मार्च तक तैयार करेगा 1500 बसें,  ड्राइवरों की राय जानकार बसों में बदलाव

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एसटी वर्कशॉप में लौटी रौनक

अहमदाबाद. देशभर में राज्य सड़क परिवहन निगम (एसआरटीसी) की स्लीपर कोच बसों बॉडी का निर्माण करने वाले नरोडा स्थित एसटी वर्कशॉप में फिर से रौनक लौटी है। पहले कई वर्षों तक बस बॉडी बनाने का जिम्मा ठेके पर दिया गया था, लेकिन एसटी निगम ने बस बॉडी बनाने का जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है। वर्कशॉप ने अगले वर्ष मार्च तक करीब 1494 बस बॉडी बनाने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें 325 गुर्जर नगरी सेमी लक्जरी और 1169 सुपर एक्सप्रेस बसों का निर्माण होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि बस ड्राइवरों के सुझाव लेकर वर्कशॉप प्रशासन ने बस बॉडी में बदलाव किए हैं।
वर्कशॉप मैनेजर कमल हसन ने बताया कि ठेका खत्म कर वर्कशॉप का जिम्मा अप्रेल से लिया गया, लेकिन 13 दिसम्बर से बसों की चेसिस मिलने के बाद बॉडी का निर्माण शुरू किया गया। 13 दिसम्बर तक 715 बसों की बॉडी का निर्माण किया गया। हर रोज पांच से छह बस बॉडी तैयार की जाती है। अगले वर्ष मार्च तक 1494 बसों को तैयार करना हो। वर्कशॉप में अत्याधुनिक रूम और प्रशिक्षण सेन्टर हैं।
सुरक्षा पैमानों में 44 बदलाव
उन्होंने बताया कि बस बॉडी बनाने में सुरक्षा पैमाने अपनाए गए, जिसमें ड्राइवरों और कर्मचारियों की राय जानकर 44 बदलाव किए गए। बसों में फायर रिटार्डण्डन्ट ग्रेट मटीरियल्स का उपयोग हो रहा है। वहीं शोर्ट सर्किट से बसों में लगने वाली आग को रोकने के लिए बैटरी बॉक्स में प्लायवुड का उपयोग किया गया। सफर के दौरान सामान रखने के लिए रियर डिक्की लगाई गई है। बारिश में दरवाजे से पानी अंदर नहीं आ सके इसके लिए डोर के आसपास कवरिंग चैनल लगाई गई। ड्राइवर कैबिन में पंखा लगाया गया।
800 ड्राइवर-कंडक्टरों को प्रशिक्षण :
उन्होंने बताया कि वर्कशॉप में 8 सितम्बर से अब तक करीब 785 बस ड्राइवर और कंडक्टरों को न सिर्फ वर्कशॉप का दौरा कराया गया बल्कि उनको बस बॉडी कैसे बनती है, उसकी भी जानकारी दी गई। हादसों को टालने के लिए तकनीकी टीम प्रशिक्षण भी दिया।
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